वह कभी गया नहीं अजमेर, पर उसके नाम पर करोड़ों की संपत्ति है रजिस्टर
अजमेर। राजस्थान के अजमेर में एक ऐसा मामला सामने आया है जो हर किसी को चौंका देगा। दरअसल बुलंदशहर का रहने वाला एक मजदूर जो कभी अजमेर आया ही नहीं, इसके बावजूद उसके नाम से 21 बीघा बेशकीमती जमीन की रजिस्ट्री मिली है। फिलहाल आयकर विभाग ने 'बेनामी संपत्ति संव्यवहार निषेध अधिनियम' के तहत जमीन कूर्क कर दी गई है और मुख्य मालिक की तलाश में अधिकारी जुट गए हैं।
जयपुर आयकर विभाग के अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश की कुल 215 बेनामी संपत्तियां विभाग ने अटैच की है। इन में से सबसे पहली कार्रवाई अजमेर के चांचियावास गांव में की गई है। यहां की 20 बीघा और 16 बिस्वा जमीन को कूर्क कर दिया गया है। जांच में यह सामने आया कि बुलंदशहर निवासी राधे के नाम वर्ष 2006 में चांचियावास की सरहद पर 20 बीघा 16 बिस्वा जमीन रजिस्टर्ड है। इसकी जब जांच की गई तो सामने आया कि राधे नामक व्यक्ति एक दुकान पर मजदूरी करता है और उसकी आर्थिक स्थिति इतनी मजबूत नहीं है कि वह इतनी जमीन खरीद सके।
जानकारी में ही नहीं
जब राधे नामक व्यक्ति से आयकर विभाग के अधिकारियों ने पूछताछ की तो उसने साफ कहा कि उसका अजमेर से कोई कनेक्शन नहीं है। वह कभी भी अजमेर नहीं गया और उसके नाम से कोई जमीन खरीदी है इसकी भी उसे जानकारी नहीं है। आयकर विभाग के अधिकारियों ने कहा कि वर्ष 2006 में तो राधे के नाम से जमीन खरीदी गई और 2007 में नामांतरण भी उसके नाम से खुलवा लिए गए। अब सब जानकारी सामने आने के बाद जमीन के मालिक की तलाश शुरू कर दी है।
पीएम मोदी ने दी थी चेतावनी
देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नोटबंदी के बाद बेनामी संपति रखने वाले लोगों को खुली चेतावनी दी थी। उन्होंने साफ कहा था कि ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी और उनकी जमीन सरकार जप्त करेगी। डेढ़ साल तक कार्रवाई नहीं होने से भूमाफियाओं को यह केवल मात्र धमकी लगी। अब अजमेर में कार्रवाई होने से बेनामी संपत्ति रखने वालों की नींद उड़ी हुई है।