गुर्जर आंदोलन : राजस्थान में इन जगहों पर इंटरनेट सेवाएं बंद, पुलिस व आरएसी की 19 कंपनियां तैनात
जयपुर। आरक्षण समेत कई मांगों को लेकर संघर्षरत गुर्जरों ने एक नवम्बर को राजस्थान में फिर से आंदोलन का ऐलान कर रखा है। रविवार को प्रस्तावित गुर्जर आंदोलन को लेकर गुर्जर समाज के साथ-साथ राजस्थान सरकार ने व्यापक स्तर पर तैयारी की है।
यहां इंटरनेट पर पाबंदी
राजस्थान के भरतपुर जिले की बयाना तहसील के गांव पीलूपुरा में एक नवंबर को गुर्जर पड़ाव डालेंगे। यहीं से आगामी आंदोलन की रूपरेखा तय होगी। गुर्जर आंदोलन के कारण राजस्थान में गुर्जर बाहुल्य दौसा, करौली, सवाई माधोपुर पूरे जिले में जबकि भरतपुर के बयाना और जयपुर जिले की पांच तहसील कोटपूतली, पावटा, शाहपुरा, विराटनगर और जमवारामगढ़ में इंटरनेट बंद कर दिया।
एक नवंबर रात तक जारी रहेगी पाबंदी
गुर्जर आरक्षण आंदोलन के कारण इन जगहों में इंटरनेट पर पाबंदी एक नवंबर मध्य रात्रि तक रहेगी। जरूरत पड़ने पर इसे बढ़ाया भी जा सकता है। भरतपुर संभागीय आयुक्त सोमनाथ मिश्रा ने इसके आदेश जारी किए हैं।
फोर्स संभावित क्षेत्रों में भेजी
इधर, आंदोलन की चेतावनी के बाद पुलिस मुख्यालय ने भी स्थित निपटने के लिए अलग अलग फोर्स की 19 कंपनियां संभावित प्रभावित क्षेत्रों में भेजी हैं। एडीजी कानून व्यवस्था सोरभ श्रीवास्तव ने बताया कि गुर्जर आंदोलन के कारण भरतपुर, करौली, दौसा व सवाई माधोपुर समेत जयपुर ग्रामीण क्षेत्र में पांच आरएएसी कंपनी व दो रैपिड एक्शन फोर्स पहले से तैनात है।
छह एएसपी, चार डीएसपी व इंस्पेक्टर भी भेजे
अब 7 कंपनी बॉर्डर होमगार्ड, 8 आरएसी कंपनी व चार रैपिड एक्शन फोर्स रवाना कर दी गई है। इनके साथ ही छह एएसपी, चार डीएसपी व इंस्पेक्टर भी भेजे गए हैं। केंद्र से भी 8 कंपनी सीआरपीएफ, दो कंपनी रैपिड एक्शन फोर्स मांगी गई हैं। वहीं, डीजी एमएल लाठर व एडीजी लॉ एंड आर्डर समेत पुलिस मुख्यालय के अधिकारी कंट्रोल रूम के जरिए निगरानी रखे हुए हैं।