GOLDEN FORT: सुबह से शाम तक बदलते हैं इस किले के रंग, दुश्मन को नहीं दिखता था द्वार
जयपुर। भारत किले-महलों का देश है। यहां अमेरिका जैसे बड़े-बड़े बीच और यूरोप जैसे फुलियारे मैदान न सही, लेकिन यहां के किले और महल दुनियाभर के लोगों को आकर्षित करते हैं। हर किले का अपना-अलग इतिहास है और कुछ अलग ही कहानियां। Oneindia.com की 'किले-महलों की सैर' सीरीज के तहत आज हम आपको बताने जा रहे हैं एक ऐसे किले के बारे में, जो रेगिस्तान में 30 फुट ऊंची दीवारों से घिरा है। यह किला समुद्र तट से 250 फीट ऊंचा है। गर्मियों में सुबह से शाम तक धूप के साथ इसका रंग बदलता दिखता है। शाम को जब इस किले पर सूर्य की किरणें पड़ती हैं तो झील से सोना सा चमकता है। इसलिए, विदेशी टूरिस्ट्स इसे 'गोल्डन फोर्ट' कहते हैं।
99 गढ़ वाला जैसलमेर का सोनार किला
राजस्थान के जैसलमेर में 1156 ई. में बने सोनार किले की गिनती दुनिया के सबसे बड़े किलों में होती है। इस किले में चारों ओर 99 गढ़ बने हुए हैं। अपनी बेजोड़ स्थापत्य कला, शिल्प और नक्काशी के चलते राजपूताना-संस्कृति में यह अपना अहम स्थान रखता है। त्रिकुरा पहाड़ी पर इस किले का निर्माण एक भाटी राजपूत शासक जैसल ने कराया। इस किले में कई खूबसूरत हवेलियां, मकान, मंदिर हैं।
शत्रु को नजर नहीं आता था इस किले का द्वार
रेगिस्तान में पहाड़ी पर स्थित इस किले की दीवारें इस तरह बनाई गईं, कि जमीन से इसका द्वार नजर नहीं आता। यह किला 30 फीट उंची दीवारों से घिरा है। इसके मुख्य द्वार की बनावट भी ऐसी है कि दुश्मन इसे नहीं देख पाता था। ऐसे में कहा जाता है कि यहां चढ़ाई करने के लिए आने वाले शासक अक्सर चकमा खा जाते थे। मौका पाते ही इस किले के सैनिक दुश्मन पर धावा बोल दिया करते थे।
अपनी शानदार स्थापत्य शैली के लिए है मशहूर
राजस्थान में एक दर्जन से ज्यादा बड़े किले हैं। अन्य किलों की तरह, सोनार किले में भी अखाई पोल, हवा पोल, सूरज पोल और गणेश पोल जैसे कई द्वार हैं। हालांकि, यहां देखने लायक और भी बहुत सी चीजें हैं। एडवेंचरस टूरिस्ट यहां साल भर घूमते रहते हैं। वैसे, अक्टूबर से मार्च तक का समय यहां आने के लिए बेहतर माना जाता है।
कैस आएं इस किले क देखने
इस किले को देखने के लिए आपको पहले जैसलमेर पहुंचना होगा। यहां का सबसे नजदीकी एयरपोर्ट जोधपुर है, जो यहां से करीब 285 किमी दूर है।
पैलेस ऑन व्हील्स की सवारी भी कर सकते हैं
यदि आप दिल्ली से जयपुर होते हुए आते हैं पैलेस ऑन व्हील्स ट्रेन की सवारी भी कर सकते हैं। इसके अलावा बसें चलती हैं।