सरकारी नौकरी लगते ही प्रेमिका ने ठुकराया प्यार तो रात को प्रेमी ने उसे घरवालों के सामने जिंदा जलाया
सीकर। वो बेवफा थी या सिर्फ यह मनगढ़ंत कहानी है, जो हर किसी को चौंका रही है। राजस्थान के सीकर के पाटन थाना इलाके के गांव नाथा की नांगल में प्रेमिका को पेट्रोल डालकर जलाने और फिर प्रेमी द्वारा जहर खाकर जान देने का प्रयास करने के मामले में कुछ ऐसा ही खुलासा हुआ है।
तीन साल से चल रहा था प्रेम प्रसंग
नीमकाथाना अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिनेश अग्रवाल ने बताया कि घटना के बाद से अस्पताल में उपचाराधीन प्रेमी की तबीयत में सुधार होते ही उसे 23 वर्षीय युवती सुनिता कुमारी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस पूछताछ में उसने पूरी कहानी सिलसिलेवार बयां की है। आरोपी बाकेश ने बताया कि वो तीन साल पहले युवती के साथ नीमकाथाना प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग करने जाता था। उसी दौरान दोनों के बीच प्रेम प्रसंग शुरू हो गया। बातें और मुलाकातें होने लगीं। बाकेश उससे शादी करना चाहता था।
सीकर : घर में सोई प्रेमिका पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगाने के बाद प्रेमी ने खाया जहर
युवती का हो गया था एसएससी में चयन
इस बीच युवती का एसएससी में चयन हो गया। सरकारी नौकरी लगने के बाद उसने बाकेश से बात करना बंद कर दिया। दोनों के बीच तीन मई 2020 से कोई बातचीत नहीं हो रही थी। बाकेश के अनुसार प्यार में धोखा मिलने पर वह टूट गया और तनाव में रहने लगा। उसने अपने दोस्तों को मैसेज कर खुद के तनाव में होने की बात भी कही। साथ ही उसने प्रेमिका की हत्या की योजना बनाई।
शर्ट फाड़कर बनाई मशाल
योजनानुसार वह पेट्रोल और जहरीला पदार्थ खरीदकर लाया। पेट्रोल की पीपी, एक खाली बाल्टी और अपना शर्ट फाड़कर पेड़ की टहनी से बनाई मशाल लेकर वह 28 मई की रात को छत के रास्ते से प्रेमिका के घर पर पहुंचा। तब वह आंगन में सो रही थी। आरोपी ने पीपी से पेट्रोल बाल्टी में डाला और युवती पर छिड़ककर उसके आग लगा दी, जिससे उसकी मौत हो गई।
मंदिर में रखा हुआ जहरीला पदार्थ
इसके बाद बाकेश छत से कूदकर अपने घर के पास बने मंदिर में आया। छत से कूदने पर उसके पैर में भी चोट लगी। मंदिर में पहले से ही उसने जहरीला पदार्थ रख रखा था, जिसे उसने खा लिया। फिर तीन सौ मीटर पैदल चलकर अपने चाचा के घर जाकर जहर खाने की बात बताई।
युवती ने एसएमएस अस्पताल में तोड़ा दम
परिजन उसे तुरंत नीमकाथाना के अस्पताल लेकर गए, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे रैफर किए जाने पर चौमूं के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया। उपचार के बाद बाकेश की जान बच गई। उधर, परिजन युवती को नीमकाथाना के अस्पताल से रातोंरात जयपुर एसएमएस अस्पताल लेकर गए। वहां उसने शुक्रवार सुबह दम तोड़ दिया।
पड़ोसी को फंसाने के लिए लिखा सुसाइड नोट
बाकेश को अपनी योजनानुसार ये लगता था कि वो प्रेमिका की हत्या के बाद खुद भी जहर खाकर जान दे देगा। खुद की मौत को कोई प्रेमिका की मौत से ना जोड़े इसलिए बाकेश ने सुसाइड नोट भी लिखा था, जिसमें पुलिस को गुमराह करने के लिए खुद की मौत का जिम्मेदार अपने पड़ोसी महेन्द्र को बता दिया। पड़ोसी से उसका जमीन का विवाद भी है। सुसाइड नोट बाकेश ने अपने मामा और दोस्त को वाट्सऐप पर भेजा था।
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