आतंकियों के लिए मौत का दूसरा नाम था राजस्थान का ये शहीद, अंतिम विदाई देने तिरंगा लेकर पहुंचे हजारों लोग
Sikar News, सीकर। राजस्थान के सीकर जिले के रींगस इलाके के गांव लाम्पुआ निवासी शहीद महेश कुमार मीणा को बुधवार को अंतिम विदाई दी जा रही है। शहीद की पार्थिव देह उनके घर पहुंच चुकी है। थोड़ी देर बाद दाह संस्कार किया जाएगा।
शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए शेखावाटी समेत पूरे राजस्थान से हजारों लोग पहुंचे हैं। हाथों में तिरंगा लेकर पहुंचे युवाओं ने महेश कुमार मीणा जिंदाबाज के नारों से आसमां गूंजा दिया।
देर शाम जयपुर पहुंची पार्थिव देह
सीआरपीएफ जवान शहीद महेश कुमार मीणा जम्मू के पुलवामा सेक्टर में तैनात थे। वहां 5 जनवरी 2019 को आतंकियों से हुई मुठभेड़ में महेश कुमार के कंधे व श्वान नली में गोली लगी। गंभीर रूप से घायल महेश कुमार को सेना के अस्पताल से दिल्ली एम्स में रैफर किया गया।
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AIIMS में नौ दिन के उपचार के बाद 14 जनवरी को शाम को महेश कुमार शहीद हो गए। मंगलवार को इनकी पार्थिव देह दिल्ली से हेलीकॉप्टर से पैतृक गांव लानी थी, मगर हेलीाकॉप्टर में तकनीकी खराबी के कारण शाम को सड़क मार्ग पर पार्थिव देह जयपुर लाई गई और फिर इसे सीकर जिले के रींगस पुलिस में रखा गया।
दोपहर बाद होगा अंतिम संस्कार
रींगस थाने से शहीद का शव उनके घर लाया गया है। यहां से सेना के सजे हुए ट्रक में पार्थिव देह रखकर घर से श्मशाम भूमि तक ले जाया जाएगा। दोपहर बाद अंतिम संस्कार होगा। ट्रक को फूल मालाओं से सजाया गया है। साथ इस पर शहीद महेश कुमार मीणा की तस्वीर भी लगाई गई है।
सड़क के दोनों तरफ लगीं कतार
शहीद महेश कुमार मीणा की अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में लोग लाम्पुआ पहुंचे हैं। स्कूली बच्चे भी आए हैं। सड़क के दोनों ओर लम्बी कतारें लग गई हैं।