धौलपुर में तबाही मचा रहा चंबल का पानी, 49 गांवों में बाढ़ के हालात, सीएम गहलोत पहुंचे जायजा लेने
धौलपुर। राजस्थान के कोटा बैराज एवं काली सिंध द्वारा चंबल नदी में छोड़े गए पानी से धौलपुर जिले के 49 गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। खेतों से लेकर घरों तक चम्बल का पानी आ चुका है। एक दर्जन गांव पूरी तरह से पानी से घिर चुके हैं। हालांकि धौलपुर जिला प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ टीम और पुलिस के सहयोग से ग्रामीणों को सुरक्षित निकाला जा रहा है।
धौलपुर जिला प्रशासन की ओर से गांवों में मेडीकल की टीम भी भेजी जा रही है। फिलहाल ग्रामीणों को सबसे अधिक असुविधा भोजन की हो रही है। चंबल नदी में आए भारी पानी से किसानों की खरीफ की फसल पूरी तरह से चौपट हो चुकी है। धौलपुर में खरीफ की फसल में प्रमुख रूप से बाजरा, दलहन, तिलहन, ग्वार बर्बादी के कगार पर पहुंच चुकी है। खेतों में 10 फीट तक पानी भरा हुआ है। इसके अलावा लोगों के घरों में भी पानी ने प्रवेश कर दिया है, जिससे लोगों का दैनिक जीवन का सारा सामान बर्बाद हो गया।
धौलपुर जिला प्रशासन स्ट्रीमर के जरिए ग्रामीणों को सुरक्षित निकालने का रैस्क्यू लगातार किया जा रहा है। अगर चम्बल में पानी की आवक और अधिक बढ़ने की स्थिति यही रही तो 20 गांव और प्रभावित हो सकते हैं, लेकिन जो अब चम्बल नदी से 49 गांवों की हालत है। वह चारों तरफ से पानी से घिर चुके हैं।
राजस्थान के कोटा, झालावाड़ और बूंदी जिले का हवाई दौरा कर धौलपुर पहुंचे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हैलीकॉप्टर द्वारा चंबल नदी किनारे के सरमथुरा, बाड़ी, धौलपुर और राजाखेड़ा के गांवों का भी दौरा किया। गांवों का दौरा कर मुख्यमंत्री पुलिस लाइन धौलपुर पहुंचे। यहां जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूरे प्रशासन के साथ पुराने चंबल नदी पुल का भी निरीक्षण किया। जहां हालातों का जायजा लेकर प्रशासनिक अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। उसके बाद सीएम गहलोत जयपुर के लिए रवाना हो गए। सीएम गहलोत के साथ मंत्री शांति धारीवाल और मास्टर भंवर लाल भी मौजूद थे।
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