बच्ची का गला घोंटा, फिर मरी समझ कचरे में फेंक गए लेकिन........
जयपुर। चूरू के वार्ड 39 में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आय़ा है। दुनिया में कदम रखते ही उसकी मां और परिजनों ने नन्ही जान का गला घोटने का प्रयास किया। फिर मरी हुई समझकर उसे मंदिर के पास कचरे के ढेर में फेंक गए। वो कहते हैं कि जाखो राखे साईयां मार सके ना कोए। नियति को कुछ और ही मंजूर था। मोहल्ले के कुछ युवकों ने मासूम को देखा और उसे अस्पताल में भर्ती कराया। फिलहाल उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। उसे ऑक्सीजन पर रखा गया है।
घटना रविवार सुबह करीब 11.30 बजे की है। मोहल्ले की एक महिला अपने घर की छत पर कपड़े सूखा रही थी। उसकी नजर पड़ी। इसके बाद युवा भंवरलाल चौहान, जसवंत चौहान, विकास खटीक, राहुल गढ़वाल, गौत्तम रेगर, सुनील चौहान रवि चौहान डीबी अस्पताल लेकर आए। अस्पताल के डॉक्टर के मुताबिक नवजात के गले में दोनों ओर चोट के निशान है, जिससे ऐसा लगता है कि उसका गला घोंटा गया हो। इस चोट के कारण उसे सांस लेने में परेशानी हो रही है।
अगर बूच्ची की हालात में सुधार नहीं हुआ तो उसे रैफर किया जाएगा। नवजात का वजन 2 किलो 690 ग्राम लंबाई 34 सेमी है। डाक्टर का कहना है कि बच्ची की गर्दन पर फिंगर के निशान मिले हैं।