पाकिस्तान से नकली नोट आ रहे हिंदुस्तान, बाड़मेर में पहुंची 8 लाख की खेप, डेढ़ लाख रुपए बाजार में चलाए
बाड़मेर। भारत और पाकिस्तान के बीच में सरहद खींचे जाने के बाद से लगातार पाकिस्तान की तरफ से तस्करी की वारदातों को अंजाम दिया जाता रहा है। चाहे हथियार हो या फिर नकली नोट। किसी ने किसी तरीके से भारत में तस्करी की एंट्री पाकिस्तान के माध्यम से होती रही है। सुरक्षा एजेंसियां लगातार पाकिस्तान के इस पूरे नेटवर्क को तोड़ने में कोशिश करती रही हैं। लेकिन, अभी भी पाकिस्तान के नापाक इरादों पर नकेल कसते में एजेंसियां पूरी तरह कामयाब नहीं रही हैं।
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी करवा रही तस्करी
दरअसल, नोटबंदी के बाद से पाकिस्तान भारतीय नए नोटों की कॉपी करने के प्रयास करता रहा है। लेकिन, इसमें कामयाब नहीं हुआ। दो हजार, 500 और 200 के नए नोट की कॉपी करके भारतीय बाजारों में यह नोट खपाए जाने के लिए पाकिस्तान प्रयास कर रहा है। इसमें पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का बड़ा हाथ भी है।
छह लाख के नकली नोट मिले
ताजा मामला राजस्थान बाड़मेर कोतवाली और चौहटन थाना पुलिस ने पकड़ा हैं। पाकिस्तान की तरफ से राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्रों में नकली नोटों की खेप भेजे जाने का मामला सामने आने के बाद से पुलिस सक्रिय है। पाकिस्तान सीमा से सटे बाड़मेर के पराडिया गांव में पुलिस ने एक युवक को साढ़े छह लाख रुपए के नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया है। ये सभी नोट 500-500 के थे। गिरफ्तार किया गया युवक करीब डेढ़ लाख रुपए बाजार में चलाने में सफल रहा है।
संदिग्ध युवक से पूछताछ में खुलासा
बाड़मेर के जिला पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने बताया कि रात को चौहटन पुलिस ने गश्ती के दौरान एक संदिग्ध युवक को पकड़ कर उसकी तलाशी ली। पकड़े गए युवक ने खुद का नाम अकबर खान पुत्र राणा खान बताया। युवक की जेब से पांच सौ से आठ नोट मिले। इन नोटों के नकली होने का संदेह होने पर जांच की गई।
घर मिले 6.46 लाख के नोट
नोट नकली साबित होने पर उससे गहन पूछताछ की गई। बाद में उसके घर की तलाशी के दौरान 6.46 लाख रुपए के नकली नोट बरामद किए गए। पूछताछ में युवक ने बताया कि सीमा पार से करीब आठ लाख रुपए के नकली नोटों की एक खेप उसके पास आई थी। इसमें से वह खुद 96 हजार रुपए बाजार में चला चुका था। साथ ही अपने एक ई-मित्र संचालक दोस्त को 56 हजार रुपए के नोट बाजार में चलाने को दिए। इस तरह करीब डेढ़ लाख रुपए बाजार में चलाए जा चुके हैं। पुलिस ने उससे मिली जानकारी के आधार पर दो अन्य युवकों को भी हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है।
प्रकरण में एक बालअपचारी निरुद्ध
दरअसल, इस प्रकरण में बाड़मेर के एचडीएफसी बैंक में एक नाबालिग 500 के 10 नकली नोट लेकर ट्रैक्टर लोन किश्त अकाउंट में जमा कराने आया था। उसी दौरान यहां पर यह पुष्टि हुई कि यह नोट नकली है। घटना की जब पुलिस ने जांच की तब परत दर परत खुलती गई। अब एक इस नाबालिग को भी पुलिस ने निरुद्ध किया है।
आईएसआई का है पूरा षड़यंत्र
गौरतलब है कि सीमावर्ती क्षेत्रों में पाकिस्तान की तरफ से नकली नोट व मादक पदार्थों की खेप चोरी-छिपे आती रहती है। सीमा पार से तारबंदी के नीचे से नकली नोटों की खेप को भारतीय सीमा में पहुंचाया जाता रहा है। इसके बाद सरहदी क्षेत्र में सक्रिय पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के एजेंट नकली नोटों को बाजार में चलाते हैं।