भारत में पाकिस्तान से ऐसे पहुंचते हैं नकली नोट, राजस्थान बॉर्डर पर BSF को भनक तक नहीं लगती
बाड़मेर। बाड़मेर में पकड़े गए जाली नोट प्रकरण में महत्वपूर्ण खुलासा करते हुए बाड़मेर पुलिस ने सीमा सुरक्षा बल के अधीन अंतर्राष्ट्रीय सरहद के पार से नोट आने की बात कही है। अब तक इस प्रकरण में सबसे बड़ा सवाल यही था कि क्या BSF की सरहद पर चौकस निगाहों के बावजूद भी यह कन्साइनमेंट तारबंदी पार हुआ? बाड़मेर एसपी आनंद शर्मा ने सदर थाने में मीडिया से बातचीत में कहा कि यह बात सही है कि नकली नोट सरहद पार से आए हैं और बीते 8 माह में यह दूसरी खेप भारत में आई हैं। बाड़मेर एसपी के अनुसार लगातार 3 दिन तक चली जांच और पूछताछ में यह बात सामने आई कि ये तस्कर पाकिस्तान की मोबाइल सिम कार्ड उपयोग में लेते थे।
पांच आरोपी पकड़े गए
प्रकरण में अब तक एक नाबालिग निरूद्ध किया गया है और 5 मुलजिम गिरफ्तार तथा 6 लाख 55 हजार रुपए भारतीय जाली नोट बरामद किए गए हैं। बाड़मेर एसपी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि एचडीएफसी बैंक में 500 रुपए के 10 नोट जाली नोट जमा करने के संबंध में पुलिस थाना कोतवाली बाडमेर में धारा 489ए, 489बी, 489सी भादसं के तहत एक नाबालिग को निरूद्व किया गया। इस प्रकरण की जांच के दौरान मिली सूचना के आधार पर टीम को पुलिस थाना चौहटन में मुलजिम अकबरखान पुत्र राणाखान जाति मुसलमान निवासी देवपुरा पराडिया के पास से 500-500 रुपए 1300 नोट के 6 लाख 50 हजार रुपए के जाली नोट बरामद किए।
इन धाराओं में मामला दर्ज
नोडल थाना कोतवाली पर 5 अगस्त को 489ए, 489बी, 489सी भादसं में दर्ज किया गया। पुलिस अधीक्षक ने भारी मात्रा में जाली नोट मिलने के मामले को गम्भीरता से लेते हुए स्वयं के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बाड़मेर खींवसिंह भाटी, वृताधिकारी वृत चौहटन अजीतसिंह के सुपरविजन में पुलिस थाना कोतवाली, सदर, ग्रामीण, चौहटन व बाखासर के पुलिस बल के साथ जिला स्पेशल टीम का गठन कर जाली मुद्रा की आपूर्ति करने वाले नेटवर्क के सम्बन्ध में गम्भीरता से अनुसंधान, पूछताछ की गई।
इन लोगों को पकड़ा
जिस पर गठित टीमों द्वारा निरूद्व व गिरफ्तार लोगों मुलजिमानों से गहन पूछताछ कर तकनिकी सहायता से जाली नोट प्रकरण में शामिल सावन खान पुत्र ईस्माईल खान जाति मुसलमान समा, उम्र 32 साल, निवासी नवातला, पुलिस थाना बाखासर, बच्चू खान पुत्र आरब खान जाति मुसलमान , निवासी नवातला, पुलिस थाना बाखासर, बादल उर्फ बहादुर खान पुत्र सुराब खान उम्र 32 साल, निवासी जालीला पुलिस थाना सेड़वा, और अजीज खान उर्फ अजिया पुत्र वरियाम खान, जाति मुसलमान , निवासी फिटकारिया, पुलिस थाना सेड़वा को दस्तयाब कर पूछताछ करने पर नोट आपूर्ति में लिप्तता पाई जाने पर शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया है।
अकबर का चाचा रोशन है बड़ा तस्कर, रहता है पाकिस्तान में...
पुलिस के अनुसार अकबर खान ने इस प्रकरण में सावन खान को शामिल किया, क्योंकि उसका खेत पाकिस्तान सरहद के पास था। अकबर का चाचा कुख्यात तस्कर रोशन खान नोहड़ी पाकिस्तान से नोटों का पैकेट सावन खान के खेत में फेंकता था और कुरियर का काम सावन करता था। इस बार 27 जुलाई को 7 लाख की नकली मुद्रा और 8 माह पहले 4 लाख की मुद्रा 2 हजार के नोट रोशन भारत मे अपने भतीजे तक पहुंचा चुका है।
तारबंदी पार कैसे होती थी नकली करेंसी ?
दरअसल, ये लोग योजनाबद्ध तरीके से अपना काम सम्पादित करते थे। सावन खान और अकबर सीमा सुरक्षा बल की रात्रि गश्त पर पूरी रैकी रखते और जैसे ही मौका मिलता तो पाकिस्तान से आई सिम के जरिए पाकिस्तान में बैठे आकाओं से सम्पर्क कर निश्चित टीले से पैकेट भारतीय सरहद में फेंक देते थे।
27 जुलाई और 8 माह पहले दो खेप बाड़मेर आई
प्रकरण में शामिल सावन खान व उसके ममेरे भाई बच्चूखान ने खड्डू खान पुत्र होतखान जाति मुसलमान डल, निवासी भंवार, पुलिस थाना सेड़वा के मार्फत गांव नवातला भारत पाक सीमा स्थित बच्चू खान के खेत से पाक सीमा से पाकिस्तान तस्कर रोशन खान नोहड़ी तस्कर से संपर्क कर तारबंदी के उपर से पाक की तरफ से फेंका हुआ पैकेट रिसीव कर नकली नोटों की खेप आरोपी अकबर खान व अन्य को पहुंचाई गई थी।
एक अन्य खेप आठ माह पहले पहुंचाई
इसी प्रकार बच्चू खान ने एक अन्य खेप करीब सात-आठ माह पहले लाकर बहादुरखान उर्फ बादल को पहुंचाई, जिसमें से कुछ जाली नोट अकबर खान, कुछ नोट अजीज खान उर्फ अजिया पुत्र वरियाम खान, जाति मुसलमान समा, निवासी फिटकारिया, पुलिस थाना सेड़वा को देना पूछताछ में सामने आया हैं। आरोपी बच्चूखान व बादलखान के पास पाकिस्तान की सिम से पाकिस्तान में रहने वाले रोशनखान नोहड़ी से संपर्क कर जाली करेंसी लाना सामने सामने आया है।