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राजस्थान: फर्जी कॉल सेंटर का पुलिस ने किया भंडाफोड़, आयकर अधिकारी बन लोगों को लगाते थे चूना

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अजमेर। राजस्थान के अजमेर में लंबे समय से इंटरनेशनल कॉल सेंटर के जरिए लोगों को ठग रहे गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। इसका खुलासा अजमेर रेंज आईजी बीजू जॉर्ज जोसफ ने किया। उन्होंने बताया कि गिरोह के 5 शातिरों को कॉल सेंटर से दबोच लिया है जबकि अन्य की तलाश में 4 टीमों को रवाना किया गया है। जल्द ही अन्य बदमाश भी पुलिस की गिरफ्त में होंगे।

राजस्थान: फर्जी कॉल सेंटर का पुलिस ने किया भांडाफोड़, आयकर अधिकारी बन लोगों को लगाते थे चूना

पांच ठगों को किया गिरफ्तार

अजमेर रेंज आईजी बीजू जॉर्ज जोसफ ने कहा कि क्रिश्चयनगंज थाना क्षेत्र के हरिभाउ उपाध्याय नगर में कॉल सेंटर चल रहा था जिससे इंटरनेशनल कॉल करके ठगी करने की जानकारी सामने आई। इस पर पुलिस मुख्यालय की टीम के साथ मिलकर कार्रवाई को अंजाम दिया गया। टीम ने कॉल सेंटर से 5 बदमाशों को गिरफ्तार किया है जिसमें अजमेर के 3 व्यक्ति शामिल हैं। पकड़े गए लोगों में बिहार के समस्तीपुर निवासी राहुल राज वर्मा, अहमदाबाद के नईमुद्दीन कुरैशी, जवाहर नगर निवासी तेजदीप सिंह, इन्द्रा कॉलोनी, धोलाभाटा निवासी केतन कुमार कोली और खाई कुई निवासी रोहित कुमार जैनानी है।

आयकर अधिकारी बनकर करते थे कॉल

आईजी जोसफ ने कहा कि पकड़े गए बदमाशों ने कबूला है कि उनके साथी जिनके पंजाब के जालंधर, मुंबई, बिहार के समस्तीपुर और दिल्ली में ऑफिस हैं। वह इंटरनेट के जरिए डाटा चोरी करते थे। इस डाटा को उन्हें उपलब्ध करवाया जाता था। जिससे वह वर्चुअल नंबर का प्रयोग करके विश्व के कई देशों के लोगों को कार्रवाई का डर दिखाते थे और उनसे पैसे लेते थे। यह पैसा हवाला, इंटरनेट बैंकिंग सहित कई तरीके से मंगवाया जाता था। अब तक बदमाशों ने यूके, यूएसए, ऑस्ट्रेलिया सहित कई देशों के लोगों को करोड़ों का चूना लगाया हैं। बदमाशों से यह भी पता लगाया जा रहा है कि भारत में अब तक कितने लोगों को इन्होंने ठगी का शिकार बनाया है।

रोजाना एक लाख रुपए की इनकम
आईजी जोसफ ने कहा कि प्रथम दृष्टया यह भी सामने आया है कि बदमाशों के खातों में रोजाना एक लाख रुपए आते थे। इससे अंदेशा लगाया जा सकता है कि बड़े स्तर पर यह काम किया जा रहा था। अजमेर में यह कॉल सेंटर 9 महिने से संचालित था।

वर्चुअल नंबर नहीं होता ट्रेस
आईजी ने कहा कि जिस नंबर से गिरोह के सदस्य फोन करते थे वह नंबर भी वर्चुअल था जो कि किसी भी सॉफ्टवेयर से ट्रेस नहीं किया जा सकता था। यही कारण था कि बदमाशों ने काफी लोगों को शिकार बनाया।

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English summary
fake call center did big fraud with people in ajmer
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