राजस्थान के पोकरण में 8 धमाके, थर्रा उठे आस-पास के 10 गांव, देखें वीडियो
जैलसमेर। राजस्थान के जैलसमेर जिले में स्थित पोकरण में मंगलवार शाम को एक के बाद एक आठ धमाकों की आवाज सुनाई दी। तेज आवाज वाले ये धमाके इतने जोरदार थे कि आसपास के 10 गांव थर्रा उठे।
खिड़कियों व दरवाजों में भी कंपन
धमाकों के कारण लोग डर के मारे अपने घरों से बाहर आ गए। काफी देर तक लगातार हुए धमाकों की गूंज पोकरण कस्बे में दूर-दर तक सुनाई दी। रेंज के आसपास गांव-ढाणियाें में रहने वाले लाेग डरकर बाहर आ गए। कई घरों की खिड़कियों व दरवाजों में भी कंपन होने लगा। कई लोगों का कहना है कि ये धमाके पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में हुए हैं। वहीं, कुछ लोग इसे आकाशीय बिजली गिरना बता रहे हैं। सूत्रों के हवाले से पता चला है कि ये धमाके पोकरण में ही हुए हैं। हालांकि, धमाकों की वजह को लेकर अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
धमाकों का वीडियो वायरल
पोकरण में हुए धमाकों को वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इनमें देर शाम घनघोर घटाओं के बीच पोकरण फायरिंग रेंज की तरफ तेज आवाज, रोशनी और आसमान में उठता धुआं दिखाई दे रहा है।
पुराना गोला बारूद किया नष्ट
मीडिया रिपोर्टर्स की मानें तो पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में मंगलवार शाम को हुए धमाकों की वजह पुराना और एक्सपायर गोला बारूद है। सामान्य प्रक्रिया के तहत कई जगहों के तोपखानों में एक्सपायर होकर खराब हो चुका गोला-बारूद नष्ट करने के लिए पोकरण भेजा गया था। मंगलवार शाम को सेना के विशेषज्ञों की मौजूदगी में परीक्षण के बाद गड्ढे खोदकर इन्हें नष्ट किया। गाेला-बारूद करीब 300-500 राउंड का बताया जा रहा है।
देश की परमाणु नगरी है पोकरण
बता दें कि पोकरण (पोखरण) राजस्थान के जैसलमेर जिला मुख्यालय से 110 किलोमीटर दूर जोधपुर मार्ग पर स्थित कस्बा है। इसे भारत की परमाणु नगरी के नाम से भी जाना जाता है। भारत ने 11 और 13 मई, 1998 को राजस्थान के पोकरण परमाणु स्थल पर पांच परमाणु परीक्षण किए थे। इससे पहले भी भारत ने मई 1974 में स्माइलिंग बुद्धा नाम का परमाणु परीक्षण पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी के शासनकाल में किया था।
Rajendra Singh Jaisalmer : जम्मू कश्मीर में 3 आतंकियों को ढेर कर शहीद हुआ राजस्थान का सपूत