नेताओं पर नकेल कसेगा cVIGIL ऐप, जनता खोल देगी पोल, अब 100 मिनट के अंदर होगी कार्रवाई
जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर प्रदेश में लगी आचार संहिता लागू हो चुकी है। यह भी जग जाहिर है कि वोट बैंक की राजनीति के चलते नेता आचार संहिता का उल्लंघन करने से भी नहीं चूकते। लेकिन अब जनता को ही नेताओं पर नकेल कसने की जिम्मेदारी सौंप दी गई है। वे निर्वाचन आयोग के सामने cVIGIL ऐप के जरिए सबूतों के साथ आचार संहिता का उल्लंघन करने वाले नेता की पोल खोल देंगे। वहीं आयोग भी 100 मिनट के भीतर संबंधित नेताओं पर कार्रवाई कर देगा। इस एप की सबसे खास बात यह है कि इसमें शिकायतकर्ता की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।
चुनाव आयोग ने सोमवार को राजस्थान में cVIGIL ऐप लॉन्च कर दिया। मुख्य निर्वाचन अधिकारी आनंद कुमार ने कहा कि इस ऐप को कोई भी स्मार्ट फोन धारक प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकता है। आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन पर कड़ी निगरानी रखने के लिए ये ऐप तैयार किया गया है। कुमार ने कहा कि अभी तक आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायतों पर प्रर्याप्त सबूतों के अभाव में कड़ी कार्यवाही नहीं हो पाती थी। अब सी-विजिल एप के जरिये फास्ट ट्रेक शिकायत प्राप्त होगी और समाधान प्रणाली से प्राप्त शिकायतों पर सौ मिनिट में कार्यवाही संभव होगी। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति आचार संहिता के उल्लंघन पर उसकी शिकायत cVIGIL ऐप पर मय फोटो या वीडियो के साथ भेज सकता है। इससे अब शिकायतकर्ता को पीठासीन अधिकारी के कार्यालय तक दौड़ लगाने की मशक्कत से निजात मिल सकेगी। इससे पहले की व्यवस्था में शिकायत के सत्यापन में फोटो या वीडियो के रूप में दस्तावेजी साक्ष्य की कमी भी एक बाधा थी। भारत निर्वाचन आयोग ने सी-विजिल के जरिये इस प्रकार की शिकायतों पर प्रभावी एवं त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए इसका प्रयोग किया है।
'राज इलेक्शन' ऐप भी लॉन्च
आनंद कुमार ने निर्वाचन विभाग द्वारा तैयार 'राज इलेक्शन' ऐप भी लॉन्च किया। इस एंड्राइड ऐप के जरिए प्रदेश के मतदाता अपने नाम या वोट आईडी नंबर से निर्वाचन संबंधी जानकारी ले सकते हैं। ऐप के माध्यम से चंद सैकण्डों में भाग संख्या, क्रम संख्या तथा मतदान केन्द्र की जानकारी मिल सकेगी। इसके अलावा परिवारजनों के नाम एक साथ देखने की सुविधा इस ऐप के माध्यम से मिल सकेगी। यह दोनों ऐप डाउनलोड करने के लिए आमजन तथा मतदाता को गूगल प्ले स्टोर पर जाना होगा।
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