शमशान घाट पहुंची पुलिस चिता से उठा ले गई महिला का शव, जानिए क्यों नहीं देनी दी चिता को मुखाग्नि
दौसा। राजस्थान के दौसा जिले में एक महिला का शव पुलिस ने चिता से उठवाकर मुर्दाघर में रखवा दिया। मृतका का अंतिम संस्कार पुलिस और उसके पीहर पक्ष को सूचना दिए बगैर किया जा रहा था। फिर पुलिस ने पीहर पक्ष के लोगों की रिपोर्ट पर ससुराल पक्ष के लोगों के खिलाफ दहेज हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
पुलिस के अनुसार दौसा जिले के मेहंदीपुर बालाजी थाना इलाके के मीना सिमला गांव में शनिवार शाम को बीना देवी मीणा (24) की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। इस पर ससुराल वालों ने पीहर पक्ष के लोगों व पुलिस को इसकी कोई सूचना नहीं दी और ससुराल पक्ष के 5-7 लोग अंतिम संस्कार करने के लिए शव श्मशान घाट पहुंच गए। वहां उन्होंने अंतिम संस्कार के लिए शव को चिता पर रख दिया और मुखाग्नि देने वाले थे। इस बीच किसी ने पुलिस को इत्तला कर दी।
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सूचना पाते ही पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची। पुलिस ने श्मशान में चिता से महिला के शव को उठवा कर अपने कब्जे में लिया और उसे सिकराय के राजकीय अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। उसके बाद पुलिस ने मृतका के पीहर पक्ष के लोगों को सूचना दी। इस पर पीहर पक्ष के लोग रविवार को गांव पहुंचे।
दहेज हत्या का मामला दर्ज
उन्होंने ससुराल पक्ष के खिलाफ दहेज की मांग करने और आए दिन मारपीट करने की शिकायत की है। बीना के पिता ने उसके शरीर पर चोट के निशान देखने के बाद ससुराल वालों के खिलाफ दहेज हत्या का मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने शव को मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर उसे परिजनों के सुपुर्द कर दिया है।