Barmer Tent Collapse Case : इन दो पुलिस कांस्टेबलों ने खुद की जिंदगी दांव पर लगाकर बचाई थी सैकड़ों की जान
बाड़मेर। राजस्थान के बाड़मेर जिले के बालोतरा क्षेत्र के जसोल में राम कथा के दौरान 15 लोगों की जान लेने वाले हादसे में राजस्थान पुलिस के दो कांस्टेबलों ने खुद की जिंदगी दांव पर लगा दी थी। इन्होंने तेज अंधड़ के कारण पंडाल गिरने पर सैकड़ों लोगों को करंट से बचाने व घायलों को पंडाल से बाहर निकालकर बहादुरी का परिचय दिया।
जसोल चौकी के इन दोनों पुलिसकर्मियों को बाड़मेर प्रभारी सचिव वीणा प्रधान, जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता, एसपी राशि डोगरा डूडी ने कलेक्ट्रेट सभा में प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया है। बता दें कि रविवार को तेज अंधड़ ने बालोतरा के जसोल कस्बे में कोहराम मचाया और हादसे में 15 लोगों की मौत हो गई। वहीं 45 लोग घायल हो गए थे।
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दरअसल, जसोल में राम कथा का आयोजन हो रहा था और बारिश होने के चलते कथा का पंडाल भीग गया था। तेज अंधड़ से पंडाल गिर गया। सैकड़ों लोग उसके नीचे दब गए। उसी दौरान पंडाल में लगे विद्युत प्रवाहित तार भी गिर पड़े और पूरे पंडाल में करंट फैल गया।
हादसे के दौरान जसोल पुलिस चौकी के कांस्टेबल दौलाराम व गोमाराम ने लोगों को बचाने के लिए पांडाल की तरफ भागे और पांडाल से उन्हें भी करंट का झटका लगा। इस दौरान दोनों पुलिसकर्मियों ने विद्युत सप्लाई देने वाले जनरेटर के तार अपने हाथों से खींचकर अलग कर दिए और जिससे सैकड़ों लोगों की जान बच गई। गौरतलब है कि बाड़मेर पुलिस के इन जवानों की सोशल मीडिया पर भी जमकर सराहना हो रही है। वहीं एक दिन पूर्व बालोतरा दौरे के दौरान सीएम अशोक गहलोत ने भी कांस्टेबल दौलाराम व गोमाराम की पीठ थपथपा कर सराहना की थी।
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