राजस्थान में सियासी ड्रामा: राजभवन में धरने पर बैठे गहलोत समर्थक विधायक, राज्यपाल के खिलाफ नारेबाजी
जयपुर: राजस्थान हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट से पायलट गुट को राहत मिलने के बाद सीएम अशोक गहलोत का फोकस अब विधानसभा सत्र पर है। जिस वजह से शुक्रवार को भी राज्य में सियासी ड्रामा जारी रहा। सबसे पहले सीएम गहलोत ने जयपुर के होटल में विधायकों के साथ बैठक की। इसके बाद बस में उन्हें बैठाकर राजभवन पहुंच गए। इस दौरान सीएम राज्यपाल से मिलने अंदर चले गए, जबकि विधायक गार्डन में ही धरने पर बैठ गए और नारेबाजी करने लगे। राजभवन में मौजूद विधायकों की संख्या 100 के करीब बताई जा रही है।
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सीएम गहलोत ने राज्यपाल से अगले हफ्ते विधानसभा सत्र बुलवाने की बात कही। जिस पर राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि मामला सुप्रीम कोर्ट में है, ऐसे में उन्हें विचार विमर्श के लिए वक्त चाहिए। उन्होंने धरने पर बैठे विधायकों से भी बात की और उन्हें समझाया। तब जाकर विधायकों ने नारेबाजी बंद की लेकिन गार्डन से उठे नहीं। कोरोना के प्रकोप को देखते हुए विधायक गार्डन में भी काफी दूर-दूर बैठे थे।
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इशारों
ही
इशारों
में
राज्यपाल
को
चेतावनी?
राज्यपाल
से
मुलाकात
के
पहले
सीएम
गहलोत
ने
कहा
कि
हम
चाहते
हैं
कि
कोरोना
और
राजनीतिक
परिस्थितियों
पर
चर्चा
के
लिए
विधानसभा
का
सत्र
बुलाया
जाए।
हमें
पता
है
कि
कुछ
दबाव
के
कारण
राज्यपाल
सत्र
बुलाने
के
निर्देश
नहीं
दे
रहे
हैं।
वो
सोमवार
से
राज्य
विधानसभा
सत्र
शुरू
करना
चाहते
हैं।
तब
सबकुछ
स्पष्ट
हो
जाएगा।
उन्होंने
कहा
कि
हो
सकता
है
विधानसभा
सत्र
न
होने
पर
आने
वाले
दिनों
में
राजस्थान
की
जनता
राजभवन
को
घेरने
आ
जाए,
तो
हमारी
जिम्मेदारी
नहीं
होगी।
'सभी
विधायकों
की
कोरोना
जांच'
राजस्थान
के
मंत्री
रघु
शर्मा
ने
कहा
कि
अगर
मीडिया
रिपोर्ट
सत्य
है
कि
गर्वनर
कोविड-19
के
कारण
विधानसभा
का
सत्र
नहीं
बुलाना
चाहते
हैं
तो
इसका
भी
समाधान
उनके
पास
मौजूद
है।
वो
विधानसभा
सत्र
से
पहले
सभी
विधायकों
की
कोरोना
जांच
करवा
देंगे।