Sonaram Choudhary थाम सकते हैं कांग्रेस का हाथ, राजस्थान BJP के ये दिग्गज नेता इसलिए हुए बागी?
Barmer News, बाड़मेर। लोकसभा चुनाव 2019 के चौथे चरण में 29 अप्रैल को राजस्थान की 13 सीटों पर मतदान होगा। वोटिंग से पहले राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को बड़ा झटका लगा है। बाड़मेर लोकसभा सीट से टिकट कटने के बाद पार्टी से नाराज चल रहे सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी (Col. Sonaram Choudhary ) कांग्रेस का दामन थामने जा रहे हैं। वे लोकसभा चुनाव 2014 से पहले बीजेपी में शामिल हुए थे।
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जालौर में थाम सकते हैं कांग्रेस का हाथ
खबरों के अनुसार कर्नल सोनाराम चौधरी ने बीजेपी छोड़ने की खुद पुष्टि कर दी है और वे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की मौजूदगी में राजस्थान के जालौर में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर सकते हैं ( Sona Ram Choudhary Join Congress )। वहीं, सोनाराम का कहना है कि उनका उद्देश्य अब लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस को जितवाना है। बता दें कि कर्नल सोनाराम बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट से सांसद हैं और बीजेपी ने उन्हें इस बार टिकट नहीं दिया। उनकी जगह नए चेहरे को मैदान में उतारा है। पार्टी ने पूर्व बायतु विधायक कैलाश चौधरी को टिकट दिया है। वहीं, उनके सामने कांग्रेस ने मानवेंद्र सिंह मैदान में हैं।
बाड़मेर-जैसलमेर से रहे चुके हैं 4 बार सांसद
सोनाराम दो बार कांग्रेस से सांसद रहे हैं, जिसमें उन्होंने 1998 में बीजेपी के लोकेन्द्र सिंह कालवी को हराया और 1999 में फिर जीत दर्ज करते हुए भाजपा के मानवेन्द्र सिंह को हराया। 2014 में बीजेपी में शामिल होने के बाद मोदी लहर में जीत हासिल की। कुल मिलाकर बाड़मेर लोकसभा सीट ( Barmer Lok Sabha constituency ) से 4 बार सांसद रहे हैं। अगर पिछले लोकसभा चुनाव-2014 के आंकड़े देखें तो चुनाव आयोग के मुताबिक यहां 16 लाख, 78 हजार, 686 वोटों की संख्या थी। इनमें से 12 लाख, 15 हजार, 991 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। यहां 72.44 फीसदी वोटिंग हुई थी।
26 अप्रैल को बुलाई समर्थकों की बैठक
बीजेपी उम्मीदवार कर्नल सोनाराम को 4 लाख, 88 हजार, 747 वोट मिले थे, जबकि निर्दलीय उम्मीदवार जसवंत दूसरे नंबर पर रहे थे। उन्हें 4 लाख, 1 हजार, 286 वोट मिले थे। वहीं कांग्रेस तीसरे नंबर पर रही थी और उसके उम्मीदवार हरीश चौधरी को 2 लाख, 20 हजार 881 वोट मिले थे। थार की राजनीति में एकबार फिर से तूफान आने की संभावनाएं जताई जा रही है। लोकसभा चुनाव 2019 में बाड़मेर से टिकट कटने के बाद भाजपा से नाराज चल रहे सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी ने 26 अप्रैल को एक बार फिर अपने समर्थकों की बैठक अपने बाड़मेर स्थित निजी आवास पर बुलाई है। इस बैठक को लेकर कयास लगाए जा रहे है कि कर्नल सोनाराम लोकसभा चुनावों पर अपना निर्णय सुना सकते हैं।
दूध में से मक्खी की तरह निकाल फेंका
बैठक को लेकर सांसद कर्नल सोनाराम से बात की तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार करते हुए कहा कि समर्थकों, कार्यकर्ताओं की बैठक 26 अप्रैल को बुलाई गई है, उसमें निर्णय लिया जाएगा। किसी पार्टी में जाने व समर्थन देने के सवाल को भी कर्नल सोनाराम में टालते हुए कहा कि ये सब 26 को तय होगा। इससे पहले नौ अप्रैल को कर्नल सोनाराम ने अपने बाड़मेर स्थित आवास पर कार्यकर्ताओं व समर्थकों के बीच एक धन्यवाद सभा का आयोजन किया था, जिसमें उन्होंने भाजपा पर कई वार किए थे। कर्नल ने यहां तक कहा कि भाजपा को जब तक मेरी जरूरत थी। उपयोग में लिया, अब दूध में से मक्खी की तरह निकाल फेंक दिया। 2014 के लोकसभा चुनावों में मैं कांग्रेस छोड़ भाजपा में आया। तब 3-4 लाख कांग्रेसी कार्यकर्ता भी साथ आये थे। टिकट नहीं मिला इस बात का गम नहीं है, पर मेरे साथ भाजपा में आये लाखों कार्यकर्ताओं की भावना आहत हुई है।
पीएम मोदी के आने पर भी सभा में नहीं आए
राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018 में हार का जिक्र करते हुए कर्नल सोनाराम ने हार का ठीकरा संगठन के पदाधिकारियों पर फोड़ा था। टिकट कटने से नाराज चल रहे कर्नल सोनाराम ने अभी तक भाजपा प्रत्याशी कैलाश चौधरी के चुनाव प्रचार में हिस्सा नहीं लिया है। 21 अप्रैल को बाड़मेर के आदर्श स्टेडियम में भाजपा लोकसभा प्रत्याशी कैलाश चौधरी के समर्थन में आयोजित हुई चुनावी जनसभा को प्रधानमंत्री मोदी ने संबोधित किया था, लेकिन उस चुनावी सभा में भी सांसद सोनाराम गायब रहे। जनसभा में सोनाराम को लाने के लिए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सहित पूरे संगठन ने अपना पूरा दमखम लगा लिया था, लेकिन सोनाराम ने इस चुनावी सभा से दूरी बनाए रखी।
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