3 वर्षीय बच्चे के बोनमेरो ट्रांसप्लांट के लिए चाहिए 35 लाख, सोशल मीडिया पर शुरू हुआ 'मिशन ध्रुव'
चूरू। राजस्थान के चूरू जिले के तारानगर के एक बच्चे की जान पर बन आई है। तीन साल की उम्र में इसके बोनमेरो ट्रांसप्लांट की दरकार है, जिसके लिए 35 लाख रुपए चाहिए। समस्या यह है कि बच्चे का परिवार मुफलीसी में जी रहा है। इतनी बड़ी धन राशि जुटा पाना इस परिवार के बस की बात नहीं है। ऐसे में सोशल मीडिया का सहारा लिया गया है।
आपणी पाठशाला टीम की मुहिम
चूरू जिला मुख्यालय पर झुग्गी झोपड़ी वाले बच्चों को पढ़ाने वाली आपणी पाठशाला की टीम ने सोशल मीडिया पर 'मिशन ध्रुव' शुरू किया है। नतीजा यह रहा है कि महज 4 दिन में ढाई लाख रुपए एकत्रित हो गए हैं और लोगों का आर्थिक सहयोग करने का सिलसिला जारी है। चूरू और राजस्थान ही नहीं बल्कि देश-विदेश से भी लोग पैसे भेज रहे हैं।
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कौन है तीन साल का ध्रुव
चूरू के तारानगर कस्बे के अम्बेडकर सर्किल पर ई मित्र संचालक किशोर कुमार सैनी की शादी भारती से हुई। इस दम्पति के एक बेटी के बाद 12 मार्च 2018 को बेटा हुआ। नाम रखा ध्रुव सैनी। तीन माह पहले ध्रुव के डेंगू हुआ था। चूरू-जयपुर समेत कई अस्पतालों में उपचार करवाने के बाद पता चला कि ध्रुव के बोनमेरो ट्रांसप्लांट करवाने की आवश्यकता है।
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हर सप्ताह बदलवाना पड़ रहा खून
ध्रुव के पिता किशोर कुमार बताते हैं कि डेंगू के उपचार के दौरान पता चला कि ध्रुव के शरीर में बोनमेरो डिसओडर हो गया, जिसके कारण नया ब्लड नहीं बन रहा। प्लेटलेट्स गिरती जा रही हैं। हर सप्ताह ब्लड व प्लेटलेट्स ट्रांसप्लांट करवानी पड़ती हैं। बीमारी के स्थायी समाधान के लिए चिकित्सकों ने बोनमेरो ट्रांसप्लांट करवाने की आवश्यकता जताई है।
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सीएमसी वेल्लोर में होगा बोनमेरो ट्रांसप्लांट
किशोर कुमार के अनुसार राजस्थान में बोनमेरो ट्रांसप्लांट की व्यवस्था नहीं होने पर हमने क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, वेल्लोरे तमिलनाड़ू (सीएमसी) में सम्पर्क किया। सीएमसी की टीम ध्रुव और उसकी बहन जींस मिलान नहीं खाने पर बोनमेरो ट्रांसप्लांट का खर्च 15 लाख से बढ़कर 35 लाख हो गया। क्योंकि अब बाहर के डोनर की मदद से बोन मेरो ट्रांसप्लांट करवाएंगे।
क्या है चूरू का 'मिशन ध्रुव'
बेटे ध्रुव की जिंदगी बचाने के लिए उसके परिजनों ने चूरू की आपणी पाठशाला टीम से सम्पर्क किया। आपठशाला के धर्मवीर जाखड़ ने बताया कि ध्रुव के परिवार की आर्थिक मदद के लिए सोशल मीडिया पर 'मिशन ध्रुव' मुहिम शुरू की है, जिसके तहत फेसबुक पर लाइव, पोस्ट के जरिए लोगों को ध्रुव की समस्या से अवगत करवाकर आर्थिक मदद की गुहार लगाई जा रही है। व्हाट्सप्प ग्रुपों में मदद के लिए मैसेज कर रहे हैं।
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कैसे करें ध्रुव की मदद
सोशल मीडिया पर चलाई जा रही मुहिम में ध्रुव की बीमारी से अवगत करवाने और उसके परिवार के आर्थिक हालात का जिक्र करने के साथ-साथ ध्रुव के पिता के बैंक खाता नंबर, गुगल पे, फोन पे और पेटीएम नंबर उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। उन पर राशि भेजी जा सकती है। इसके अलावा तारानगर में ध्रुव के घर जाकर और चूरू में आपणी पाठशाला टीम से सम्पर्क आर्थिक मदद कर सकते हैं। किशोर कुमार के अनुसार सोशल मीडिया पर मिशन ध्रुव शुरू होने के बाद से लगातार उनके गुगल पे, फोन पे और पेटीएम नंबर पर पैसे आ रहे हैं। चार दिन में करीब ढाई लाख रुपए एकत्रित हो गए।
रिश्तेदारों ने बाजारों में घूमकर जुटाई राशि
सोशल मीडिया पर 'मिशन ध्रुव' के अलावा रिश्तेदार भी अपने स्तर पर पैसे जुटा रहे हैं। चूरू की सीमा सैनी ने बताया कि ध्रुव उनके मामा की लड़की का बेटा है। उसके बोनमेरो ट्रांसप्लांट के लिए चूरू की सब्जी मंडी और झारिया मोरी के आस-पास गुल्लक लेकर रेहड़ी, दुकानदार व लोगों से आर्थिक सहयोग मांगा। हर कोई मदद को आगे आया और गुल्लक में तीन हजार रुपए एकत्रित हुए हैं।
उल्टी व नाक में खून की समस्या
किशोर बताते हैं कि इस बीमारी की वजह से ध्रुव के शरीर में ऑक्सीजन कम हो जाती है। नाक में खून बहने लगता है। मसूड़ों में सूजन आ जाती है। उल्टी की भी शिकायत हो जाती है। पूरे शरीर पर नीले धब्बे पड़ जाते हैं। खूब उपचार करवा लिया, मगर ना दवा लग रही और ना ही दुआ काम आ रही है। चिकित्सकों के मुताबिक बोनमेरो ट्रांसप्लांट ही समाधान है।
दिव्यांग फेस भाई ने भी की मदद
ध्रुव की मदद के लिए हर वर्ग के लोग आगे आ रहे हैं, मगर राशि बड़ी है। चूरू के फेस भाई ने ध्रुव के पिता के खाते में 51 सौ रुपए भेजकर मदद की है।