बैंक मैनेजर ने मांगी रिश्वत तो आवेदक बोला- रसीद भी दोगे क्या?
Recommended Video
उदयपुर। राजस्थान के उदयपुर जिले में हाउसिंग लोन पास करने की एवज में 25 हजार रुपए की रिश्वत मांगने के आरोप में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की ब्रांच मैनेजर को गिरफ्तार किया है। मामला भींडर के हींता गांव का है। गुरुवार को हींता गांव स्थित सेंट्रल बैंक ब्रांच मैनेजर कुसुम तंबोली को 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया है। ब्रांच मैनेजर कुसुम ने स्थानीय निवासी हरलाल खारोल से 10 लाख रुपए का हाउसिंग लोन पास करने एवज में 25 की रिश्वत मांग रही थीं। वह पांच हजार रुपए पहले ही ले चुकीं हैं।
वह बैंक के पिछले आठ महीने चक्कर काट रहा था
हरलाल खारोल ने रिश्वत की बात भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को दी। प्रार्थी ने एसीबी को उसके और मैनेजर कुसुम के बीच हुई बातचीत के बारे में बताया तो एसीबी अधिकारी भी चौंक गए। हरलाल ने मार्च में 10 लाख रुपए के हाउसिंग लोन के लिए बैंक में आवेदन दिया था लेकिन सभी कागज पूरे होने के बावजूद मैनेजर कुसुम उसका लोन पास नहीं कर रही थी। वह बैंक के पिछले आठ महीने चक्कर काट रहा था। जब उसने मैनेजर कुसुम से लोन पास नहीं होने के बारे में पूछा तो मैनेजर ने अतिरिक्त फाइल चार्ज का 30 हजार रुपए खर्चा बताया और कहा इसके बाद ही लोन पास होगा।
बैंक के बाहर लेती थीं रिश्वत
जब आवेदक ने कुसुम को रिश्वत देने के लिए हां कर दी तो उसका लोन पास हो गया। रिश्वत के रकम देने के लिए कुसुम ने आवेदक को बाहर किसी स्थान पर बुलाया था। हरलाल से रिश्वत लेने वे गुरुवार को हींता से बस में बैठकर कीर की चौकी उतरीं और प्रार्थी से बात कर रिश्वत लेने प्रार्थी के दोस्त के घर पहुंच गईं। जहां एसीबी टीम ने बैंक मैनेजर कुसुम तंबोली को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया।
कुसुम तंबोली बैंक की नौकरी में 2013 में आई थीं
कुसुम तंबोली बैंक की नौकरी में 2013 में आई थीं। वह पहले जोधपुर में असिस्टेंट मैनेजर थी। इसके बाद पौने दो साल से सेंट्रल बैंक आॅफ इंडिया की हींता स्थित ब्रांच में मैनेजर हैं। कुसुम के पिता राधेश्याम तंबोली एक बैंक से संबंधित इंश्योरेंस कंपनी में सरकारी कर्मचारी हैं।