बड़े भाई के पैदा हुईं 5 बेटी, छोटे भाई ने एक बेटी को गोद लेकर जमकर मनाया जश्न, सामूहिक भोज भी करवाया
बाड़मेर। जहां लोग बेटा पैदा होने पर ढोल-नगाड़े बजाकर खुशी मनाते हैं, वहीं राजस्थान के बाड़मेर में बेटी को गोद लेने पर एक परिवार ने न केवल ढोल नगाड़े बजाए बल्कि रात्रि जागरण, यज्ञ हवन करवाने के साथ अपने आसपास के लोगों को सामूहिक भोज करवाकर खुशी भी मनाई। यह अनोखी मिसाल बाड़मेर शहर के निवासी मगाराम माली ने पेश की है। मगाराम ने अपने बड़े भाई भरत की छह महीने की बेटी को गोद लिया।
मगाराम ने बताया कि उसे पहले से एक बेटा है। कोई बेटी नहीं है जबकि उसके बड़े भाई को 5 बेटियां हैं। परिवार में आपसी रजामंदी से उनके परिवार ने फैसला लिया कि छोटी बेटी ऋतिका जो करीब छह महीने की है उसे गोद लेकर उसका पालन पोषण करने के साथ अच्छी शिक्षा दी जाए।
इससे बेटी की कमी भी पूरी हो जाएगी। मगाराम ने बताया कि उनका परिवार बेटा-बेटी में कोई फर्क नहीं समझता। ऋतिका की गोदमाता गंगा बताती है कि उसे बेटी नहीं है इसलिए अपने जेठ की बेटी को गोद लिया है। ऐसी मिसाल पेश करने वाले मगाराम समाज में अन्य लोगों को भी संदेश देना चाहते हैं, जो बेटियों को कोख में मार देते हैं। मगाराम के अनुसार आज के समय में लड़का व लड़की में कोई अंतर नहीं है।
लड़कियां भी हर क्षेत्र में लड़कों से आगे हैं। लड़कियों की परवरिश व शिक्षा भी लड़कों की तरह बेहतर करनी चाहिए। ताकि वे अपने सपनों को साकार कर सके। वहीं, मगाराम के भाई भरत का कहना है कि उसे 5 बेटियां है। ऐसे में उसके छोटे भाई ने बेटी ना होने के चलते उसकी छोटी बेटी को गोद लेने की इच्छा जाहिर की और उसने खुशी-खुशी सहमति दे दी।