कर्नाटक से आया वीडियो, '34 दिन से कमरे में बंद हैं 4 लोग, राजस्थान बुला लो, यहां भूख से मर जाएंगे'
कर्नाटक में 34 दिन से कमरे में बंद हैं बूंदी के 4 लोग, वीडियो भेजकर बोले-'राजस्थान बुला लो, यहां भूखे मर जाएंगे'
बूंदी। कोरोना महामारी के बीच लॉकडाउन के चलते हजारों लोग दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं। हर कोई अपने गांव-घर सकुशल वापसी चाहता है। कुछ ऐसी ही पीड़ा राजस्थान के बूंदी जिले के एक परिवार के चार सदस्यों की है। पीड़ित परिवार ने कांग्रेस के प्रवासी सहायता कंट्रोल रूम के प्रभारी बूंदी के चर्मेश शर्मा से वीडियो भेज कर मदद की गुहार लगाई है।
34 दिन पहले बेंगलुरु से बूंदी के निकले थे
चर्मेश शर्मा के अनुसार बूंदी जिले के महुआ का देवजी गेण्डोली निवासी रामभरोसी, उसका बेटा बबलू, बेटी मारुति व खुशी बेंगलुरु में मजदूरी करते हैं। लॉकडाउन में 34 दिन पहले ये चारों बेंगलुरु से पैदल ही बूंदी राजस्थान के लिए निकले थे। इन्हें रास्ते में कर्नाटक के बेलगाम के एक गांव में स्थानीय लोगों ने रोक लिया और गांव के एक सरकारी भवन में बंद कर दिया।
वीडियो भेजकर बयां की पीड़ा
इनके पास मात्र एक मोबाइल है। उस पर इनकमिंग भी बंद हो गई है। बून्दी से रिचार्ज करवाने पर भी चालू नहीं हुई है। ऐसे में पीड़ित परिवार से संपर्क करने में ही परेशानी आ रही है। पूरे परिवार ने अपना एक वीडियो शूट करके चर्मेश शर्मा को भेजकर अपनी पीड़ा बयां की है।
कर्नाटक सरकार से भी गुहार
वीडियो में यह परिवार बता रहा है कि इन्हें भरपेट भोजन तक नहीं दिया जा रहा है। भूखे मरने की नौबत आ गई है। दिनभर में एक रोटी व थोड़े से चावल उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। यही स्थिति रही तो यह परिवार भूख से दम तोड़ देगा। इस श्रमिक परिवार ने कर्नाटक सरकार से हाथ जोड़कर निवेदन भी किया है कि उन्हें सकुशल बूंदी पहुंचाया जाए।
अधिकारियों को दी सूचना
चर्मेश शर्मा ने इस मामले में कर्नाटक के मुख्य सचिव से तत्काल हस्तक्षेप कर मानवीय आधार पर बूंदी राजस्थान के रहने वाले श्रमिक परिवार की सहायता की मांग की है। सारे मामले की सूचना बूंदी कलेक्ट्रेट प्रशासनिक कंट्रोल रूम व जयपुर राज्य सरकार के कंट्रोल रूम को भी दी है।