भाजपा पदाधिकारी ने किया CAA-NRC का विरोध, पार्टी ने एक्शन लेते हुए किया पदमुक्त
झुंझुनू। राजस्थान के झुंझुनू में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष जाकिर झुंझुनूवाला को पार्टी ने पद से हटा दिया है। इस बारे में जाकिर झुंझुनूवाला ने कहा है कि उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी का विरोध किया तो उनको 12 घंटे के अंदर पार्टी ने पद से मुक्त कर दिया।
प्रेस वार्ता करते हुए जाकिर झुंझुनूवाला ने कहा कि केंद्र सरकार जो सीएए और एनआरसी को लागू करने की कोशिश कर रही है, उसका विरोध किया तो पार्टी ने 12 घंटे के अंदर मुझे पद से हटा दिया। मुझे टारगेट बनाया गया जबकि मैंने सच कहा। भारतीय जनता पार्टी धर्म के आधार पर भेदभाव कर रही है। सीएए और एनआरसी मूल भारतीय लोगों के खिलाफ साजिश है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया धर्मनिरपेक्ष हैं और मैं उनके नेतृत्व में लंबे समय से पार्टी से अल्पसंख्यकों को जोड़ने का काम कर रहा हूं। वसुंधरा राजे सिंधिया के साथ काम करने की वजह से मुझे टारगेट किया गया।
भाजपा सांसद नरेन्द्र खीचड़ के नजदीक रहे जाकिर झुंझुनूवाला जिला मुख्यालय से करीब 15 किलोमीटर दूर मण्डावा विधानसभा क्षेत्र के नुआ गांव के रहने वाले हैं। वे मण्डावा के पूर्व विधायक व वर्तमान झुंझुनू सांसद के बेहद नजदीक रहे हैं। जाकिर ने बताया कि वे भाजपा के बैनर तले राष्ट्रीय और प्रदेश नेताओं की मौजूदगी में मुस्लिम हाजियों के स्वागत के लिए कई कार्यक्रम कर चुके हैं।
जाकिर ने बताया कि उन्होंने मुस्लिम बाहुल्य गांव जबसर में तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी की मौजूदगी में पंडित दीनदयाल की जयंती मनाई तथा झुंझुनू के सभी वर्गों से बने आईएएस व आईपीएस बनने वाले प्रतिभाओं का कई बार सम्मान किया। कहा कि अल्पसंख्यक को भाजपा से जोड़ने के लिए काम किया लेकिन पार्टी ने आज उन्हें इसका इनाम दे दिया है। उन्होंने कहा कि जब हम खामोश थे तो अच्छे थे और आज अपने हक की बात कही तो गुनहगार हो गए। जाकिर ने कहा कि वे संविधान निर्माता बाबा भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को नमन कर एनआरसी के विरोध को गांव-गांव तक ले जाने का अभियान चलाएंगे।