बेहद खतरनाक है यह गिरोह, मोबाइल छीनकर भागते समय करता है फायरिंग, एक युवक हुई मौत
भीलवाड़ा। जिले के शक्करगढ़ थाना क्षेत्र में बीती देर रात हुई गोलीबारी में एक युवक की मौत के बाद हरकत में आई पुलिस ने 24 घंटे में ही आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पुलिस ने हत्या के 3 में से दो आरोपियों को शहर के सुभाष नगर थाना क्षेत्र स्थित रोडवेज बस स्टेण्ड से जबकि सहयोग के लिए कोटा से आए 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
भीलवाड़ा एसपी हरेंद्र कुमार महावर ने बताया कि काछोला थाना इलाके में एक ग्रामीण का मोबाइल छीनकर भागते समय बाइक सवार तीन बदमाशों ने सोमवार शाम माधोपुर गांव में फायरिंग की। फायरिंग में गांव के लालाराम गुर्जर की गोली लगने से मौत हो गई, जबकि सोनू वैष्णव घायल हो गया था। वारदात के बाद मौके से भागे बदमाश करीब डेढ़ किलोमीटर दूर नदी के पास ग्रामीणों के पीछा करने के डर से अपनी पीले रंग की पल्सर बाइक छोड़कर पैदल ही भाग छूटे।
Rajasthan Election 2019: दूल्हे ने जीता पार्षद का चुनाव, 7 फेरों से पहले लिया जीत का प्रमाण का पत्र
बाइक कोटा परिवहन कार्यालय से पंजीकृत होने का पता चला। इसी के आधार पर पुलिस ने बदमाशों के नाम पते प्राप्त कर उनकी तलाश शुरू कर दी। एसपी ने जहाजपुर, शक्करगढ़, पंडेर, हनुमान नगर, पारोली थाना पुलिस की टीमें बनाई। ये टीमें रातभर बदमाशों की तलाश में जगह-जगह दबिश देती रही। इस दौरान बदमाशों ने कोटा में अपनी गैंग के साथियों को मदद के लिए बुला लिया। वहीं, आरोपी पैदल ही जंगल मे भागते रहे और शाहपुरा के निकट अन्य वाहन से लिफ्ट लेकर भीलवाड़ा रोडवेज बस स्टैंड पहुंचे। इसका पता पुलिस को लगने पर पुलिस ने मुख्य आरोपी राहुल डंगोरिया व एक बाल अपचारी को पकड़ लिया।
Bhilwara : पेशी पर लाया गया यह बदमाश पुलिसकर्मी की अंगुली चबाकर भाग छूटा
भीलवाड़ा एसपी महावर ने बताया कि फायरिंग से पहले इन्हीं तीन बदमाशों ने काछोला थाना इलाके के जगपुरा और नाहरगढ़ के बीच काछोला निवासी सत्यनारायण जीनगर का मोबाइल छीन लिया और जहाजपुर की ओर भाग गए थे। सत्यनारायण जीनगर, मांडलगढ़ स्थित शराब गोदाम से लक्ष्मणगढ़ गोदाम पर जा रहा था। नाहरगढ़ व जगपुरा के बीच सत्यनारायण ने बाइक रोकी और मोबाइल पर बात करने लगा।
इसी दौरान ये बदमाश आये और उसका मोबाइल छीन कर भाग छूटे। भागने के दौरान राहुल, अजय उर्फ गोलू और एक बाल अपचारी ने अपनी गैंग के अन्य साथी सुनील पुत्र पर्वत सिंह, सरुराज पुत्र शाहिद अली, संतोष पुत्र भूरा सेन व रोहित पुत्र कालूराम को फोन कर मदद के लिए बुलाया। इस दौरान स्कॉर्पियो गाड़ी में सवार होकर गैंग के सदस्य कोटा से रवाना हुए। इसकी सूचना पुलिस को मिलने के बाद पुलिस ने जिले भर में नाकाबंदी करवाई।