बैल की मौत के बाद यह शख्स खुद ही खींचने लगा गाड़ी, देखिए इंसानियत को झकझोर देने वाला VIDEO
भरतपुर। ये तस्वीरें इंसानियत को झकझोर देने वाली हैं। बाजार के बीचों-बीच एक बैलगाड़ी गुजर रही है। बैल गाड़ी के एक तरफ एक बैल है और दूसरी तरफ एक इंसान है, जो इस गाड़ी को खींचने में बैल का साथ दे रहा है। परिवार के कुछ लोग बैलगाड़ी के ऊपर बैठे हैं तो कुछ लोग पीछे से धक्का लगाकर इस शख्स की मदद भी कर रहे हैं।
वीडियो राजस्थान के भरतपुर जिले के भुसावर कस्बे का
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा यह वीडियो राजस्थान के भरतपुर जिले के भुसावर कस्बे का है। इसमें एक शख्स बैलगाड़ी को खुद अपने कंधे से खींचते हुए नजर आ रहा है, क्योंकि इस परिवार के पास एक बैलगाड़ी है। जिसे दो बैल खींचते हैं, लेकिन कुछ दिन पहले दो बैलों में से एक की अचानक मौत हो गई। गरीबी की वजह से यह परिवार जब दूसरा बैल नहीं खरीद पाया तो दूसरे बैल की जगह परिवार का एक सदस्य खुद ही 'बैल' बनकर बैलगाड़ी को खींचने लगा।
जिंदगी दाने-दाने को मोहताज हो गई
21वीं सदी के भारत की ये वो तस्वीरें हैं, जो सोचने पर मजबूर कर रही हैं। खानाबदोशों की तरह जिंदगी जीने वाले इस परिवार की कोरोना संकट ने कमर तोड़ कर रख दी है। हालात ये है कि जिंदगी दाने-दाने को मोहताज हो गई है और ऊपर से एक बैल की मौत ने परिवार को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है।
नया बैल खरीदने की क्षमता इस परिवार में नहीं
ये गांव-गांव जाकर लौहे के बने सामान बेचते हैं। लिहाजा, इनको हर रोज एक गांव से दूसरे गांव का सफर करना पड़ता है। जब कुछ सामान बिकता है। तभी घर का चूल्हा जलता है। नया बैल खरीदने की क्षमता इस परिवार में नहीं है और एक जगह रुकने से भी काम नहीं चल सकता है। पेट भरना है तो गांव गांव जाना पड़ेगा। लिहाजा खुद ही बैल बन गए हैं।
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