पत्नी से फोन पर बात करने के 4 घंटे बाद फौजी की मौत, एक जून को आने वाले थे घर
भरतपुर। राजस्थान के भरतपुर जिले के गांव बहज निवासी फौजी का बरेली से शव पहुंचा है। जाट रेजीमेंट के जवान बुधवार की मध्यरात्रि को जैसे ही गांव में उसके घर पहुंचे तो कोहराम मच गया। गुरुवार सुबह गांव के मुक्तिधाम में अंत्येष्टि की गई। उनकी अंतिम यात्रा में गांववासियों सहित अन्य गांव के लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। सैनिक की मौत की वजह हार्ट अटैक बताया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार भरतपुर जिले के डीग इलाके के गांव बहज निवासी प्रदीप सिंह जाट रेजीमेंट सेंटर बरेली में क्लर्क के पद पर नियुक्त था। दो साल पहले सेना में भर्ती हुए थे। डेढ़ साल पहले इनकी शादी हुई। वर्तमान में पत्नी छह माह की गर्भवती है। प्रदीप सिंह ने 26 मई की रात आठ बजे पत्नी से फोन पर बात की थी। उसने कहा कि चिंता मत करना, एक जून को घर आ जाऊंगा। इस समय सभी का ध्यान रखना। कोरोना के साथ तुम्हें खुद का भी ध्यान रखना है।
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पत्नी से बातचीत के करीब चार घंटे बाद ही उसने छाती में दर्द उठा और उसकी मौत हो गई। प्रदीप के पिता वीरेन सिंह सेना से वर्ष 2004 में हवलदार पद से सेवानिवृत हुए। प्रदीप की पार्थिव देह को मुखाग्नि उसके बड़े भाई विष्णु ने दी। इस मौके पर तहसीलदार सोहन सिंह नरूका, एएसआई जगदीश सिंह, सरपंच सुभाष, शीशराम हवलदार, पूर्व सरपंच धर्मवीर फौजदार, चंद्रपाल सिनसिनवार आदि मौजूद थे।