राजस्थान के इस गांव में हो गए पटना की बाढ़ जैसे हालात, लोगों की जान पर बन आई
बाड़मेर। पिछले सप्ताह से बिहार की राजधानी पटना बाढ़ में डूबी हुई है। कुछ पटना जैसे ही हालात राजस्थान के बाड़मेर जिला मुख्यालय के निकटवर्ती गांव कुड़ला में हो गए हैं। यहां पर लोगों के लिए सीवरेज का पानी आफत बन गया है।
आम रास्ते में आवागमन बंद
बता दें कि लगातार बारिश से कुड़ला स्थित ट्रीटमेंट प्लांट पूरा भर गया है। स्थिति यह है कि प्लांट के बाहर और अन्दर दोनों तरफ बारिश और सीवरेज का पानी भर गया है। बाड़मेर से कुड़ला तक सीवरेज के पानी के लिए बनाया गया नाला क्षतिग्रस्त होने के कारण बंधुआ श्रमिक कॉलोनी पुराने बायपास का रास्ता पूरी तरह से बंद पड़ा है।
दो-दो फीट पानी हुआ जमा
करीब दो-दो फीट तक पानी जमा है। खुले नाले पर हादसे का खतरा हमेशा मंडराता रहता है। लोगों को गंदे पानी के नाले को पार करने के लिए लकड़ी की सहायता लेनी पड़ रही है। यहां गंदे पानी के भराव से कई परिवारों को रोज दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पानी के भराव से मलेरिया समेत अन्य बीमारियों के फैलने का भी खतरा बना हुआ है।
पानी ओवरफ्लो होकर बहता है
आपको बता दें कि सीवरेज के पानी के ट्रीटमेंट के लिए जहां सरकार ने लाखों की लागत से प्लांट तो बना दिया, लेकिन इसकी क्षमता कम होने के चलते पानी पूरा ट्रीट नहीं हो पाता। इस वजह से पानी ओवरफ्लो होकर बाहर बहता रहता है। मानसून के समय तो हालात और विकट हो जाते हैं। बारिश लौटने से जहां कई जगहों पर खुशियों का माहौल है, लेकिन शहर के पानी से कुड़ला के आस-पास बर्बादी अपनी स्याह कहानी लिख रही है।
मजबूरन घर करने पड़ रहे खाली
ग्रामीण जसवंतसिंह व मदनसिंह के अनुसार जल भराव की स्थिति में उन्हें मजबूरन अपने घरों को खाली करना पड़ा। वहीं, गंदे पानी से भयंकर बीमारियां फैलने के खतरे के साथ मकानों की नीवें भी कमजोर जो रही हैं। बाड़मेर नगर परिषद आयुक्त पवन मीणा कहना है कि ग्रामीणों की शिकायत पर मौका मुआयना किया है। जल भराव की समस्या का जल्द समाधान करवाया जाएगा।