ये कोई स्टंटबाज नहीं बल्कि मजबूरी में लगा रहे जिंदगी दांव पर, जानें पूरा मामला
बारां। तारों को पकड़कर नदी पार कर रहे ये लोग कोई स्टंटबाज नहीं है। ना ही यह कोई करतब दिखा रहे हैं। यह तो सिर्फ मजबूरी में अपनी जान जोखिम में डाल रही है। ऐसा यह अकेली महिला या युवक ही नहीं करता बल्कि गांव के तमाम लोग कर रहे हैं। वो भी पिछले एक दशक से।
दरअसल, राजस्थान के बारां जिले में एक ऐसा गांव है जहां के सैकड़ों महिला और पुरुष जान जोखिम में डालकर नदीं पार करते हैं। ग्रामीण दो तारों के सहारे नदी के ऊपर से गुजरते हैं, यानि जरा सी चूक मौत को दावत दे सकती है। पूरा मामला बारां जिले के मांगरोल रोड स्थित समसपुर गांव का हैं। यहां अपने खेतों तक पहुंचने के लिए रोजाना लोग इन्हीं तारों के सहारे जान जोखिम में डालकर नदी पार करते हैं।
पति को मौत के मुंह से निकाल लाई पत्नी, चंद्रा देवी ने यूं बचाया अपना 'चांद'
रास्ता पार करना किसी जोखिम से कम नहीं है। जान भी जा सकती है। इस रास्ते से सैकड़ों पुरुष, महिलाए हर रोज इन्हीं तारों के सहारे नदी पार कर अपने खेतों तक पहुंचते हैं। जान जोखिम में डालकर नदी पार कर रहे ग्रामीणों के मुताबिक खेतों तक सड़क मार्ग से जाने के लिए 4 किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ता है।
ऐसे में स्थानीय लोगों ने नदी के उपर से तारों के सहारे जाने का उपाय निकाला है जो कि बेहद खतरनाक और जानलेवा है। पिछले करीब 10 साल से इसी तरह से लोग इस नदी को पार करते हैं। लोगों का कहना है कि पिछले करीब 10 साल से स्थानीय विधायक, सांसद और प्रशासन से नदी के ऊपर पुलिया बनवाने की गुहार लगा चुके हैं। चुनाव के वक्त नेता हर बार वादा भी करते हैं, लेकिन फिर वादा भूल जाते हैं और वो इसी तरह से इस नदी को पार कर रहे हैं।