आनंदपाल सिंह पर बनेगी फिल्म, स्क्रिप्ट लिखते समय रखा जा रहा इन बातों का ध्यान
Sri Ganga Nagar, श्रीगंगानगर। राजस्थान में आतंक का दूसरा नाम रहे कुख्यात गैंगस्टर आनंदपाल सिंह पर फिल्म बनेगी। फिलहाल फिल्म की स्क्रिप्ट लिखी जा रही है, जो इस साल के अंत के फाइनल हो सकती है। आंनदपाल पर बनने वाली इस फिल्म में पूरी गैंग्स ऑफ शेखावाटी को दिखाया जाएगा। ऐसे में अन्य अपराधियों की भी जीवनी खंगाली जा रही है। इस काम में सरकार-3 और जेड प्लस की स्क्रिप्ट राइटिंग करने वाले फिल्म कथाकार रामकुमार सिंह व उनकी टीम जुटी हुई है।
श्रीगंगानगर एक कार्यक्रम में शिरकत करने आए स्क्रिप्ट राइटर रामकुमार सिंह ने बताया कि जब वे एआईबी के साथ एक प्रोजेक्ट पर काम कर थे, उसी दौरान आनंद पाल फरारी व Anandpal Encounter प्रकरण हुआ, जो देशभर की सुर्खियां बना। ऐसे में लगता है कि आनंदपाल की जीवनी व शेखावाटी में पनप रहे अपराध को फिल्म् के जरिए सबके सामने लाया जाना चाहिए।
शेखावाटी के रहने वाले हैं रामकुमार सिंह
रामकुमार सिंह ने स्पष्ट किया कि आनंदपाल को लेकर आने वाली फिल्म में सिर्फ आनंदपाल ही नहीं बल्कि शेखावाटी (Shekhawati) के उन तमाम अपराधियों व गिरोह को भी फिल्मी परदे पर उतारा जाएगा। बता दें कि खुद रामकुमार सिंह मूलरूप से शेखावाटी के ही रहने वाले हैं। इनकी फिल्म जेड प्लस की स्टोरी में फतेहपुर शेखावाटी दिखाया गया था। Sarkar 3 और Zed Plus की शानदार स्टोरी लिखने वाले राजकुमार सिंह से दर्शकों को उम्मीद है कि आनंदपाल को लेकर बनाई जा रही फिल्म् मनोरंजक होने के साथ-साथ हकीकत से रू-ब-रू करवाएगी।
शराब तस्करी व राजनीतिक कनेक्शन
यूं तो गैंगस्टर आनंपाल मूलरूप से नागौर जिले की लाड़नूं तहसील के सांवराद गांव का रहने वाला था, लेकिन उसकी गैंग शेखावाटी में सबसे अधिक सक्रिय थी। आनंदपाल का एनकाउंट भी शेखावाटी के चूरू जिले की रतनगढ़ तहसील के गांव मालासर में हुआ था। शेखावाटी के चूरू, झुंझुनूं और सीकर का यह इलाका हरियाणा से लगता हुआ है। आनंदपाल गैंग व अन्य गिरोह हरियाणा से शराब तस्करी में लिप्त रहे हैं। इनका राजनेताओं से कनेक्शन भी जबरदस्त रहा है। आनंदपाल को लेकर बनाई जा रही फिल्म की स्क्रिप्ट इन्हीं सभी मुद्दों को जोड़कर लिखी जा रही है।
जानिए कौन था आनंदपाल सिंह (Anand Pal Biography in Hindi)
13 मई 1975 को राजस्थान के नागौर जिले के गांव सांवराद में आनंदपाल सिंह का जन्म हुआ। फर्राटेदार अंग्रेजी बोलने, टॉपी-जैकेट पहनने का शौक रखने वाला सबसे कुख्यात गैंगस्टर था। वह सितम्बर 2015 देशभर की सुखियों में तब आया जब हत्या, लूट व डकैती समेत कई मामलों में अजमेर जेल में आनंदपाल को लाड़नूं पेशी पर ले जाया गया था।
आनंदपाल गैंग के हार्ट पर 'अटैक', 27 दिन में खत्म हुए दो खास गुर्गे
वापसी में वह राजस्थान पुलिस पर हमला करके अपने तीन साथियों के साथ फरार हो गया था। डेढ़ साल तक राजस्थान की पुलिस आनंदपाल को जिंदा नहीं पकड़ सकी थी। फिर पुलिस को सूचना लगी कि वह चूरू जिले के गांव मालासर में श्रवण सिंह के घर छिपा है। 24 जून 2017 की अमावस्या की रात को पुलिस की स्पेशल टीम ने वहां आनंदपाल को एनकाउंटर में मार गिराया।