महरिया-सुमेधानंद के सामने CPIM से अमराराम ने ठोकी ताल, बेहद रोचक होगा सीकर लोकसभा सीट का चुनाव
Sikar News, सीकर। राजस्थान में सीकर लोकसभा सीट से पूर्व विधायक अमराराम ने भी ताल ठोक दी है। अमराराम मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी (Amra Ram CPIM) के प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया। इससे पूर्व सीकर कृषि मंडी में आयोजित माकपा की नामांकन सभा को पूर्व विधायक अमराराम पूर्व विधायक पेमाराम सहित कई माकपा नेताओं ने संबोधित किया।
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दोनों पार्टी कर रही झूठे वादे-Amra ram Sikar
भाजपा और कांग्रेस पर जमकर प्रहार करते हुए वक्ताओं ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस दोनों ही आमजन से झूठे वादे कर सत्ता प्राप्त करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि किसान और गरीबों के हितों में दोनों ही पार्टियां कोई काम नहीं कर रही जबकि झूठे वादे करती हैं। अमराराम ने कहा कि उन्होंने किसानों की कर्जा माफी के लिए जो आंदोलन किया। उसी के बूते पर सरकार को झुकना पड़ा और कर्जा माफ किया। उन्होंने कहा कि कर्ज माफी में भी सरकार ने कई अडंगे बाजी लगा दी थी, जिसका किसानों को पूरा लाभ नहीं मिला। सीकर से अगर लोकसभा में पहुंचे तो 72 साल में जो भी जनप्रतिनिधि चुनकर गए उन्होंने जो मुददे नहीं उठाए वो मुददे भी सीपीआईएम उठाएगी।
जानिए कौन हैं अमराराम (Amraram Profile in Hindi)
अमराराम मतलब किसान नेता। किसानों का मसीहा और किसान आंदोलन का नेतृत्व करने वाला शख्स। 5 अग्स्त 1955 को सीकर जिले की धोद तहसील के गांव मूंडवाड़ा के दलाराम व रामदेवी के घर जन्मे अमराराम वर्तमान में जिला मुख्यालय पर शांतिनगर में रहते हैं। चार भाइयों में तीसरे नम्बर के हैं।
यहां जानिए सीकर लोकसभा सीट का पूरा विवरण
1975 में गोरखपुर विश्वविद्यालय से बीएड की डिग्री हासिल की। 1980 में पंचायती राज विभाग में सरकारी शिक्षक लगे। पहले नियुक्ति धोद के प्राथमिक स्कूल में मिली। फिर छह माह बाद नागवा के स्कूल में लगाया गया। सालभर बाद ही अमराराम ने शिक्षक की नौकरी छोड़ गांव मूंडवाड़ा से सरपंच का चुनाव लड़ा व जीता। उसके बाद से राजनीति में हैं। वर्ष 1993, 1998 व 2003 में विधानसभा क्षेत्र धोद व 2008 में दांतारामगढ़ से विधायक चुने गए।
महरिया और सुमेधानंद से है मुकाबला
18 लाख 97 हजार 768 मतदाताओं वाले सीकर संसदीय क्षेत्र में जीत दर्ज कर पाना अमराराम के लिए चुनौतिपूर्ण है, क्योंकि यहां इनका मुकाबला राजनीति के दो दिग्ग्जों से हैं। दोनों ही दूसरी बार सांसद बनने की दौड़ में है। भाजपा ने स्वामी सुमेधानंद पर फिर लगातार दूसरी बार भरोसा जताया है, वहीं कांग्रेस से सुभाष महरिया मैदान में हैं। महरिया भी पूर्व सांसद रह चुके हैं। सीकर लोकसभा सीट के लिए अमराराम के भी ताल ठोके जाने से यहां मुकाबला रोचक होने की उम्मीद है।
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