Corana : 33 साल में पहली बार नहीं भरेगा अलवर में बाला किला करणी माता मंदिर का मेला
अलवर। कोरोना वायरस का खौफ राजस्थान में बढ़ता जा रहा है। झुंझुनूं में पति-पत्नी व बेटी समेत पूरे राजस्थान में कोरोना के सात पॉजिटिव केस सामने आए हैं। श्रीनाथजी व खाटूश्यामजी समेत कई मंदिरों के कपाट बंद कर दिए और मेले भी स्थगित हो गए। 19 मार्च से राजस्थान में धारा 144 लागू की गई है। शिक्षा विभाग भी 31 मार्च तक सभी शिक्षण संस्थानों की छुट्टी का ऐलान कर चुका हैं। परीक्षाएं स्थगित हो चुकी हैं।
13 विदेशी पर्यटकों की जांच
वहीं, जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग द्वारा विदेश से आए भारतीयों को होम आइसोलेशन में रख कर नियमित जांच की जा रही है। इसके अलावा अलवर के होटलों में रुके हुए 13 विदेशी पर्यटकों की भी स्क्रिनिंग कराई गई जो सभी सामान्य पाए गए।।
25 मार्च से 2 अप्रैल तक मेला प्रस्तावित
इसके साथ ही अलवर के बालाकिला स्थित करणी माता मंदिर में हर बार नवरात्रों में लगने वाले मेले को भी स्थगित कर दिया गया है। 33 साल में यह पहला अवसर है जब करणी माता मंदिर मेला स्थगित किया गया है। इस मेले का आयोजन चैत्र नवरात्र में 25 मार्च से 2 अप्रैल तक होना था। वर्ष 1987 में चैत्र नवरात्र में करणी माता मेला भरना प्रारंभ हुआ था।
मेला आयोजन कमेटी का फैसला
मेला स्थगित करने का निर्णय अलवर जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह की अध्यक्षता में मेला आयोजन समिति की बैठक में लिया गया। जिला कलेक्टर ने कोरोना वायरस महामारी से उत्पन्न परिस्थितियों से अवगत कराते हुए बताया कि करणी माता मेले में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। इससे कोरोना वायरस संक्रमण फैलने की आशंका उत्पन्न हो सकती है