Ajay Singh Shekhawat : राजस्थान के लाल ने न्यूज़ीलैंड में कर दिखाया कमाल, गांव खुडोत में खुशी की लहर, VIDEO
झुंझुनूं। राजस्थान के लाल ने कमाल कर दिखाया है। झुंझुनूं के गांव खुडोत निवासी अजय सिंह शेखावत ने न केवल भारत का सिर विदेशी धरती पर गर्व से ऊंचा किया है बल्कि कॉमनवेल्थ गेम्स 2019 का नया रिकॉर्ड भी बना दिया है। अजय की सफलता पर पूरे झुंझुनूं में खुशी की लहर है। गांव खुडोत में लोगों ने मिठाई बांटकर जश्न मनाया। उसके घर बधाई देने के लिए लोगों का तांता लग गया।
अजय ने स्वर्ण पदक पर कब्ज़ा जमाया
बता दें कि अजय सिंह ने 6 से 15 जुलाई तक न्यूज़ीलैंड के सामोआ शहर में चल रही कामनवेल्थ वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में भारत की तरफ से खेलते हुए 81 किलो भार वर्ग में स्नैच में 148 किलो और क्लीन एंड जर्क में 190 किलो कुल 338 किलो वजन उठाकर स्वर्ण पदक पर कब्ज़ा जमाया है।
यह रिकॉर्ड किया अपने नाम
22 वर्षीय अजय ने अपने तीनों प्रयासो में पहली स्पर्धा स्नैच में क्रमशः 140 किलो, 144 किलो, 148 किलो तथा दूसरी स्पर्धा क्लीन एंड जर्क में क्रमशः 172 किलो, 180 किलो, 190 किलो उठाकर दी गई सभी लिफ्ट में सफलता प्रात की और कामनवेल्थ व नेशनल में नए रिकॉर्ड अपने नाम भी किए।
अब तक की बेस्ट परफॉरमेंस दी
अजय सिंह का परिवार अभी फिलहाल जयपुर रहा है, लेकिन उनके गांव खुडोत में चाचा ताऊ व साथियों में जबरदस्त खुशी है। यह प्रतियोगिता 2020 में टोकियो में होने वाली ओलिंपिक क्वालीफाइंग भी है। अजय ने चीन में इसी साल अप्रैल में हुई एशियन चैंपियनशिप के 320 किलो के टोटल को सुधारते हुए 18 किलो अधिक वजन से अपनी अभी तक की बेस्ट परफॉरमेंस दी।
पटियाला में प्रशिक्षण
कॉमनवेल्थ से पूर्व अजय ने 5 जून से 5 जुलाई तक ऑस्ट्रेलिया में प्रतियोगिता पूर्व गहन प्रशिक्षण भी प्राप्त किया था। अजय वर्तमान में एनआईएस पटियाला में सीनियर कोच विजय शर्मा और जयपुर निवासी असिस्टेंट कोच प्रमोद शर्मा के पास ट्रेनिंग ले रहे हैं। इस उपलब्धि पर इंडियन वेटलिफ्टिंग संघ के सचिव सहदेव यादव वे राजस्थान वेट लिफ्टिंग संघ के संयुक्त सचिव प्रमोद खंडेलवाल ने बधाई दी।
इससे पहले जीते ये पदक
इससे पूर्व भी अजय कामनवेल्थ चैंपियनशिप 2015 (पुणे) में रजत , 2016 (मलेशिया) जूनियर और सीनियर दोनों में स्वर्ण एवं 2017 (ऑस्ट्रेलिया) में स्वर्ण पदक सहित कई बार राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में पदक जीत चुके है। खेल में विशेष उपलब्धियों के कारण राज्य सरकार द्वारा महाराणा प्रताप अवार्ड भी मिल चुका है।
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