अजमेर दरगाह के पास अंधाधुंध फायरिंग करने वाले आरोपियों ने किया सरेंडर
अजमेर। अजमेर स्थित ख्वाजा साहब की दरगाह के पास जमीनी विवाद को लेकर मासूम पर फायरिंग करने वाले बदमाशों ने सोमवार को दरगाह थाने में सरेंडर कर दिया। फायरिंग के तीनों आरोपियों से पुलिस पूछताछ में जुटी हुई है। आरोपियों से वारदात में प्रयुक्त बंदूक बरामद करने का पुलिस प्रयास कर रही है।
दरगाह थानाधिकारी कैलाश बिश्नोई ने बताया कि गत 25 सितम्बर की रात्रि में जमीनी विवाद को लेकर नदीम उल हसन सहित उसके साथियों ने अंधाधुंध फायरिंग की थी। एक गोली 15वर्षीय फरदीन को भी लगी थी। फरदीन को जेएलएन अस्पताल ले जाया गया जहां से उसे उपचार के लिए जयपुर के एसएमएस अस्पताल रैफर कर दिया गया। उन्होंने कहा कि आरोपियों की धरपकड़ के लिए संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही थी। बदमाशों के परिजनों पर भी दबाव डाला गया। इसके चलते बदमाश स्वयं ही थाने चलकर आ गए। बदमाशों ने कलकत्ता में फरारी काटने की बात कबूली है। आज मुख्य आरोपी नदीम उल हसन, सैयद ईनाम अहमद और रूकनुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं 9 आरोपी फिलहाल फरार है, उनकी भी तलाश की जा रही है। थानाधिकारी बिश्नोई ने बताया कि मुख्य आरोपी नदीम उल हसन के खिलाफ पूर्व में भी कई आपराधिक मुकदमे दर्ज है।
घायल
की
हालत
स्थिर
बताया
जा
रहा
है
कि
फायरिंग
में
घायल
होने
वाले
फरदीन
चिश्ती
की
हालत
अभी
भी
स्थिर
बनी
हुई
है।
चिकित्सक
लगातार
उसे
उपचार
दे
रहे
हैं
लेकिन
स्थिति
में
सुधार
नहीं
हो
रहा
है।
इससे
परिजन
सदमे
में
है।