कोरोना का खौफ : जनता कर्फ्यू से पहले बंद हुआ 850 साल पुराना जैसलमेर का सोनार किला
जैसलमेर। कोरोना वायरस का खौफ लगातार बढ़ता जा रहा है। भारत में कोरोना वायरस के चार लोगों की मौत हो गई और 271 से मरीजों में इसकी पुष्टि हो चुकी है। ऐसे में 22 मार्च को देशभर में जनता कर्फ्यू का ऐलान किया है। इस दिन लोग सुबह सात बजे से रात नौ बजे तक अपने घरों में ही रहेंगे।
14 घंटे रहेगा जनता कर्फ्यू
जनता के लिए, जनता के द्वारा थीम पर लगाए जा रहे जनता कर्फ्यू का मकसद यह है कि कोरोना वारयस का असर 14 घंटे तक रहता है। ऐसे में अगर पूरा देश अपने घरों में रहेगा तो कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोका जा सकेगा।
राजस्थान में धारा 144 लागू
इस बीच केन्द्र और राज्य सरकारों के साथ लोग भी अपने-अपने स्तर पर भी कोरोना वायरस से बचने के हर संभव प्रयास कर रहे हैं। बात अगर राजस्थान की करें तो पूरे प्रदेश में धारा 144 लागू हो रखी है। बड़े मंदिरों के कपाट बंद हैं। शिक्षण संस्थाओं में भी सन्नाटा पसरा पड़ा है।
सैलानियों के प्रवेश पर रोक
विदेशी पर्यटकों की आवाजाही वाले स्थलों पर भी विशेष सावधानी बरती जा रही है। इसी कड़ी में राजस्थान की पर्यटन नगरी जैसलमेर का विश्व प्रसिद्ध सोनार किला बंद कर दिया गया है। किले में स्थित सभी दुकानों और होटलों को भी खोले नहीं रखने का फैसला लिया गया है।
पहले ऐसे नहीं हुआ बंद
आगामी आदेशों तक किसी भी सैलानी को किले में न तो ठहराया जायेगा और न ही किसी सैलानी को किले में प्रवेश दिया जायेगा। जैसलमेर के सोनार किले के कुछ जागरूक युवाओं ने सांकेतिक रूप से किले के दरवाजे को बंद कर दिया। बता दें कि जैसलमेर का सोनार किला करीब 850 साल पुराना है। केवल विपरीत परिस्थितियों के अलावा पहले कभी इस तरह से बंद नहीं हुआ।
जनता कर्फ्यू, फ्री राशन, बड़े राहत पैकेज, कोरोना से कैसे लड़ रहे दुनिया के देश