राजस्थान के Churu से पकड़े गए दिल्ली के ये 10 युवक, इस ट्रिक से कर देते थे लोगों के बैंक खाते साफ
चूरू। साइबर ठगों से परेशान राजस्थान की चूरू पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। चूरू पुलिस की विशेष टीम ने तारानगर में फर्जी कॉल सेंटर का खुलासा किया है और दस साइबर ठगों को पकड़ा है। ये बैंक अधिकारी बनकर क्रेडिट और डेबिट के जरिए लोगों के बैंक खाते साफ कर रहे थे। ठगों की गैंग में दिल्ली के युवक शामिल हैं। पुलिस की शुरुआती जांच के आधार पर कहा जा रहा है कि इनके तार इंटरनेशनल गैंग से जुड़े हो सकते हैं। ऐसे में चूरू पुलिस को कई बड़ी वारदातों का खुलासा होने की उम्मीद है।
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पीआरओ के खाते से निकले थे 17 हजार रुपए
बता दें कि हाल ही चूरू जिले के पीआरओ कुमार अजय का मोबाइल हैक करके बैंक खाते से 17 हजार रुपए निकाल लिए गए थे। इसके अलावा भी जिले में कई लोगों के साथ ऐसी वारदात हो चुकी हैं। साइबर क्राइम लगातार बढ़ने पर चूरू एसपी नारायण टोगस ने चूरू एएसपी योगेंद्र फौजदार, राजगढ़ डीएसपी बृजमोहन असवाल के नेतृत्व में तारानगर थानाधिकारी गोविंद राम विश्नोई, चूरू सदर थानाधिकारी अमित स्वामी, हेड कांस्टेबल सुरेंद्र सिंह, साइबर सेल चूरू के रमाकांत, संदीप कुमार, ओम प्रकाश , नंदलाल, रामनिवास, बलजिंदर आदि की विशेष टीम बनाई, जिसे यह सफलता हाथ लगी है।
ये आरोपी पकड़े गए
तारानगर थानाधिकारी गोविंद राम विश्नोई ने बताया कि पकड़ गए आरोपियों से 27 मोबाइल, 40 सिम कार्ड, 19 डेबिट कार्ड और चेक बुक और 4 लाख 3 हजार की नकदी तथा 2 गाड़ियां बरामद की है। आरोपी विनय पुत्र विपिन अग्रवाल, निखिल पुत्र चंद्रप्रकाश पंजाबी, मोहित पुत्र विपिन अग्रवाल, रमनदीप पुत्र सुखदेव सिक्ख, मिकायल पुत्र सतीश लॉयल, अविनाश पुत्र राजदेव ठाकुर, कौशल पुत्र राम प्रकाश, मौर्य मयंक पुत्र प्रेम सागर, तरनदीप पुत्र जसपाल सिंह, रोहन पुत्र राकेश निवासी दिल्ली को तारानगर के निर्माणाधीन राजकीय महिला महाविद्यालय के पास से गिरफ्तार किया है।
इस तरह देते थे वारदात को अंजाम
चूरू पुलिस के अनुसार आरोपी फर्जी सिम व मोबाइल हासिल कर विभिन्न एजेंटों के माध्यम से क्रेडिट कार्ड का डाटा प्राप्त कर स्वयं बैंक अधिकारी बताकर क्रेडिट कार्ड के बारे में गोपनीय जानकारियां प्राप्त करते और पेमेंट गेटवे के माध्यम से उनका पैसा खुद के खातों में ट्रांसफर कर लेते थे। वारदात को अंजाम देने के बाद मोबाइल नंबर बंद कर देते व कॉल सेंटर भी स्थान बदलकर चलाते। ताकि पुलिस की पकड़ में आने से बचते रहे। मामले की जांच चूरू महिला पुलिस थानाधिकारी संजय पूनिया कर रहे हैं। आरोपियों को न्यायालय में पेश करके रिमांड पर लिया गया है।
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