जब इस घर के हर कोने से निकलने लगा सांपों का झुंड, जानिए फिर क्या हुआ ?
कोरबा, जून 06: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में एक घर से दर्जनों सांप निकलने से हड़कंप मच गया। घर में सांपों के निकलने से लोगों में दहशत फैल गई। रेस्क्यू टीम ने मौके पर पहुंचकर कड़ी मशक्कत के बाद इन सांपों को पकड़ा। हालांकि, अभी भी पूरे सांपों को पकड़ा नहीं जा सका है। रेस्क्यू टीम का कहना है कि अगर और सांप निकलने की सूचना मिलेगे तो वह फिर से रेस्क्यू के लिए पहुंचेंगे।
एक घर से निकले 25 से ज्यादा सांप
कोरबा के शांति नगर इलाके में एक घर से 25 से ज्यादा सांप निकल आए। निगम कर्मचारी रामनाथ साहू के घर में अचानक सांप निकलने से हड़कंप मच गया। इस दौरान घर में 2 बच्चे समेत 6 लोग मौजूद थे। अफरा-तफरी के माहौल के बीच रामनाथ साहू ने आनन-फानन में स्नेक कैचर टीम को जानकारी दी। सूचना मिलते ही रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची और उन्होंने एक-एक कर सांपों को पकड़ना शुरू किया। घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद टीम ने सांपों को पकड़ा।
घर से हर कोने से निकल रहे थे सांप
रेस्क्यू टीम के सदस्य जितेंद्र सारथी के मुताबिक, सांपों की संख्या इतनी थी कि वे गिन ही नहीं पा रहे थे। 25 सांपों की गिनती हो पाई। सांप हर कोने से निकल रहे थे और कुछ सांपों को वह पकड़ ही नहीं पाए हैं। अगर फिर से सांप निकलते हैं तो वह फिर आकर उनको पकड़ लेंगे। जितेंद्र ने बताया कि सांपों को पकड़कर डिब्बे में भरा गया और उन्हें जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया है। जितेंद्र ने बताया कि ये सांप जहरीले नहीं होते हैं।
इन सांपों के काटने से नहीं होता है कोई खतरा
वन विभाग की टीम के मुताबिक, रामनाथ साहू के घर से जो सांप पकड़े गए हैं, उनमें ज्यादातर किलबैक प्रजाति के सांप थे। इन्हें हिंदी में बमनिन्ह या पिटपिटिया भी कहते हैं। हालांकि, यह सांप जहरीले नहीं होते है। आम तौर पर यह सांप छोटे आकार के होते हैं। इन्हें अलग-अलग प्रदेशों में अलग-अलग नाम से भी जाना जाता है। टीम के मुताबिक, मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों में इसे सतबहनी भी कहा जाता है। आम तौर पर यह सांप काटते नहीं हैं। इनके काटने से कोई खतरा भी नहीं होता, क्योंकि ये जहरीले सांप नहीं होते। हालांकि, इसकी बनावट और घर के आस-पास जल्दी पहुंच जाने की आदत के चलते लोग इन्हें देखकर डर जरूर जाते हैं। यह सांप बहुत ही शांत और शर्मीले स्वभाव के होते हैं।
नागलोक बनता जा रहा है कोरबा
यूं तो छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले को सर्पलोग कहा जाता है, लेकिन अब कोरबा जिला भी धीरे-धीरे नागलोक बनता जा रहा है। यहां सालभर सांपों के निकलने का सिलसिला जारी रहता है। कोबरा जैसे खतरनाक और विषैले सांप जंगलों से निकलकर शहर की बस्तियों और घरों तक पहुंचने लगे हैं। सांपों के बस्तियों और घरों से निकलने से लोगों में दहशत का माहौल है।
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