छत्तीसगढ़: अंतागढ़ टेप कांड में अजित जोगी, राजेश मूणत समेत पांच लोगों पर FIR दर्ज
Raipur news, रायपुर। तीन साल बाद अंतागढ़ टेपकांड मामले में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजित जोगी और उनके बेटे के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ है। कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता किरणमयी नायक ने अंतागढ़ मामले में पंडरी थाने में अपराध दर्ज कराया गया है। कांग्रेस ने पंडरी थाने में 7 धाराओं के साथ 5 नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। इसमें पूर्व सीएम अजीत जोगी, पूर्व विधायक अमित जोगी, पूर्व मंत्री राजेश मूणत, पूर्व विधायक मंतूराम पवार और डॉ. पुनीत गुप्ता शामिल है।
प्रदेश प्रवक्ता किरणमयी नायक ने FIR में लिखवाया है कि मंतुराम पवार ने 29/8/2014 को दुर्भावना से नाम वापस लिया, मंतुराम पवार को आर्थिक प्रलोभन दिया गया था जिसे अजित जोगी,अमित जोगी,राजेश मूणत और डॉ पुनीत गुप्ता ने दिया। पंडरी पुलिस ने मामला दर्ज किया है। अंतागढ़ मामले की जांच के लिए SIT का गठन किया गया है जिसकी जांच लगातार चल रही है। अब इस मामले में एफआईआर भी दर्ज हुई है, अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि, SIT की जांच में यह शामिल होगी या इस एफआईआर की पृथक से जांच होगी।
गौरतलब है कि इस मामले में कांग्रेस ने विपक्ष में रहते हुए काफी हंगामा किया था और इसे लोकतंत्र का चीरहरण तक की संज्ञा दी थी। कांग्रेस शुरू से ही इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग करती आ रही है। राज्य में सत्ता परिवर्तन होने के बाद कांग्रेस सरकार ने जहां नॉन मामले में पुन: जांच कराने का ऐलान किया था तो वहीं अंतागढ़ टेपकांड की जांच के लिए भी एसआईटी जांच का ऐलान किया था। इसी कड़ी में वर्तमान में एसआईटी मामले की सूक्ष्मता से पड़ताल कर रही है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल 2014 में अंतागढ़ उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी मंतूराम पवार के अचानक नाम वापस लेने के बाद खरीद फरोख्त को लेकर एक सीडी सीडी सामने आई थी। जिसमें अजीत जोगी, उनके बेटे अमित जोगी, पूर्व सीएम रमन सिंह रमन सिंह के दामाद पुनीत गुप्ता का नाम सामने आया था। उस मामले की जांच चल रही है लेकिन अब कांग्रेस नई एसआईटी गठित कर फिर से उसकी जांच करा रही है।