PM मोदी को लेकर महिला ने कहा कुछ ऐसा, प्रियंका बोलीं- गलत बात है, जो भी है प्रधानमंत्री हैं
Raebareli news, रायबरेली। प्रियंका गांधी के सांपों से खेलने, बच्चों के पीएम नरेंद्र मोदी को अपशब्द कहने के बाद अब एक नया वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इस वीडियो में प्रियंका रायबरेली के एक गांव में चौपाल लगाकर बैठी दिख रही हैं। तभी एक महिला प्रधानमंत्री को लेकर गुस्सा गई उन्हें अपशब्द कहने लगी। इस पर प्रियंका ने तुरंत कहा कि कि गलत बात है।
लोगों ने कहा- जापान में ढोल बजा रहे मोदी
वायरल वीडियो मे प्रियंका गांधी रायबरेली के एक गांव में महिलाओं-बच्चों के साथ मजमा लगाकर बैठी हुई हैं। सामने बैठी भीड़ से प्रियंका ने प्रधानमंत्री मोदी को लेकर इतना कहा के कही जापान में ढोल बजा रहे हैं। इसके बाद तो वहां मौजूद लोगों का प्रधानमंत्री के प्रति आक्रोश उबल पड़ा, जो वीडियो में साफ सुनने में आया।
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प्रियंका के सामने महिला ने पीएम के लिए कहे अपशब्द
एक 52-55 साल की महिला ने कहा कि जानवर के साथ बांध दिया जाए उन्हें, बस अक्ल ठिकाने हो जाए। इस पर प्रियंका समेत बाकी लोग ठहाके लगाकर हंस पड़े। प्रियंका बोलीं, लेकिन गांव नहीं आएंगे तो फिर महिला प्रियंका से बोली, सुनो बिट्टी (बेटी), और गुस्से में पीएम को लेकर अपशब्द बोलने लगी। महिला की बातों को सुनकर प्रियंका ने बोलीं गलत बात है। मैं जानती हूं, आपका दुख मैं समझती हूं, लेकिन ऐसी बातें नहीं करनी चाहिए, जो भी है प्रधानमंत्री हैं। प्रियंका ने महिला से कहा आप नाराज हो, जिसपर महिला बोली, हां बहुत नाराज हैं।
बच्चों के अपशब्द कहने का वीडियो हुआ था वायरल
इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी दो दिवसीय दौरे पर मंगलवार को अमेठी पहुंची थीं। प्रियंका को देख खुशी में डूबे बच्चे 'चौकीदार चोर है' के नारे लगाते-लगाते अपशब्दों का इस्तेमाल करने लगे थे। बच्चों ने कहा, 'नीम का पत्ता कड़वा है...' फिर जो जवाब आया उस पर प्रियंका ने मुंह पर हाथ रख लिया। इसके बाद खुद प्रियंका ने बच्चों से कहा कि ये वाला नहीं, ये वाला अच्छा नहीं लगता। अच्छे बच्चे बनो।
प्रियंका को नोटिस जारी, NCPCR ने मांगा जवाब
इस वीडियो को लेकर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने चुनाव आयोग से पूछा है कि इस मामले में बच्चों के अधिकारों का उल्लंघन हुआ है या नहीं। वीडियो में दिख रहे और नारा लगाने वाले बच्चों के नाम और पते मांगे गए हैं और यह भी पूछा गया है कि उन बच्चों को वहां कैसे लाया गया था। इस जानकारी को देने के लिए तीन दिन का समय दिया गया है।