रायबरेली: अपहरण के बाद चचेरे भाई-बहन की हत्या, जंगल में मिले दोनों के शव
रायबरेली। उत्तर प्रदेश के राजबरेली जिले की लालगंज कोतवाली क्षेत्र में कुडवल गांव के जंगल में चचेरे भाई-बहन की लाश मिलने से हड़कंप मच गया। शव मिलने की सूचना पर पुलिस और फॉरेंसिक विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई। फॉरेंसिक विभाग की टीम ने घटना स्थल से साक्ष्यों को अपने कब्जे में लेकर शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। वहीं, दोनों बच्चों के शव बरामद होने के बाद ग्रामीणों में आक्रोश है। बताया जा रहा है कि बीते 19 अगस्त को बच्ची का अपहरण था। तो वहीं, 1 सितंबर को भाई का अपहरण हुआ था।
Recommended Video
मिली जानकारी के मुताबिक, मामला कुडवल गांव का है। गांव निवासी ननकऊ की 8 साल की बच्ची रूबी बीते 19 अगस्त को संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई थी। परिजनों ने इस मामले की सूचना लालगंज कोतवाली को दी थी। जिसके बाद मामला दर्ज कर बच्ची की तलाश शुरू कर दी गई थी, लेकिन पुलिस को कामयाबी नहीं मिली। बच्ची की तलाश के लिए लखनऊ से पीएसी भी लगाई गई। कई दिन बीतने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली रहे।
इसी बीच बीते 1 सितंबर को लापता बच्ची के चचेरे भाई दीपक (11) का अपहरण हो गया। इस बाबत भी पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस दोनों बच्चों की तलाश में जुटी थी कि आज दोपहर में कुडवल गांव के जंगल में मासूम दीपक का शव मिलते ही सनसनी फैल गई। पुलिस और ग्रामीणों ने उसी जंगल में सघन तलाशी अभियान चलाया। जिसके बाद जंगल के दूसरे हिस्से में बच्ची का कंकाल और कपड़े मिले। जिसके बाद यह तय हो पाया कि दोनों अपहरित बच्चों की हत्या कर शव को जंगल मे फेंका गया है।
जंगल में बच्चों के शव और कंकाल मिलने की जानकारी पर पुलिस अधीक्षक सहित प्रशासन के अधिकारी भी गांव पहुंचे और हत्या से जुड़े सभी पहलुओं की बारीकी से जांच की। एसपी स्वप्निल ममगई ने बताया कि प्रथम दृष्टया किशोर की गला घोट कर मारे जाने की आशंका है। खोजबीन के दौरान मिली बच्ची के शव की फोटोग्राफी कराकर फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य इकट्ठे किए हैं। डीएनए परीक्षण के बाद ही इसकी पुष्टि हो पाएगी कि शव गायब बच्ची का ही है। घटना किसी परिचित के द्वारा की गई प्रतीत होती है। मामला दर्ज कर पड़ताल की जा रही है जल्द ही खुलासा होगा।
ये भी पढ़ें:-लखीमपुर खीरी: घर के बाहर से लापता हुई तीन साल की बच्ची का मिला शव, जांच में जुटी पुलिस