रायबरेली: गर्भवती उर्मिला को जलाकर राख नहर में फेंका, हत्या का पुलिस ने किया खुलासा
रायबरेली। सात माह की गर्भवती पत्नी को फांसी पर लटकाकर मारने और शव को जलाने के बाद बचे हुए अवशेष को नहर में बहाने का सनसनीखेज मामला रायबरेली जिले से सामने आया है। इस घटना का खुलासा पुलिस के सामने मृतक महिला की सात साल की बेटी सारिका ने किया था। पुलिस ने इस मामले में फरार चल रहे महिला के पति ससुर और दो देवरों के खिलाफ केस दर्ज करते हुए सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। खास बात यह है कि घटना के 6 दिन बाद 10 जनवरी को मृतका के पति रवींद्र कुमार ने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी।
बहन की शिकायत के बाद हुआ खुलासा
अपर पुलिस अधीक्षक नित्यानंद ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि उर्मिला की गुमशुदगी की तहरीर पति रविन्द्र कुमार द्वारा 10 जनवरी को थाने पर दी गई थी। इस बीच मृतका की बहन विद्या देवी को भनक लगी तो उसने पुलिस को 13 जनवरी को अलग से एक तहरीर दी थी। बहन ने आरोप लगाया था कि रवींद्र कुमार उसकी बहन उर्मिला को अक्सर पीटता था।
4 जनवरी को उर्मिला ने पुलिस को बुलाया था घर पर
सारिका ने पुलिस को बताया कि मारपीट से तंग उसकी मां ने 4 जनवरी को फोन कर घर में पुलिस बुला ली थी। इससे नाराज पिता रविंद्र कुमार ने बाबा पूर्व प्रधान करमचंद और चाचा संजीव कुमार व बृजेश कुमार के साथ मिलकर मां को फांसी पर लटकाकर मार डाला, फिर शव को घर के पास ही जला दिया। इसके बाद राख नहर में फेंक दीं। बता दें कि उर्मिला सात माह की गर्भवती थी।
फरार होने की फिरांक में थे आरोपी
वारदात के बाबत पर्याप्त सबूत मिलने के बाद पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। करीब छह दिन की लंबी जद्दोजहद के बाद बुधवार को पुलिस टीम को सफलता हाथ लगी। मुखबिर से मिली सूचना पर पुलिस ने डीह थाना क्षेत्र के मटियरवा चौराहे से आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वारदात का राज खुलने के बाद उन्हें अपनी गिरफ्तारी का भय सता रहा था। पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए फरार होने की तैयारी में थे। इसी इरादे से वे सभी मटियरवा चौराहा पहुंचे थे।