अदिति सिंह ने कमला नेहरू एजुकेशनल सोसायटी पर उठाए सवाल, EOW को लिखा पत्र
रायबरेली। कांग्रेस (Congress) की बागी विधायक अदिति सिंह (Aditi Singh) एक बार फिर चर्चाओं में है। दरअसल, कमला नेहरू एजुकेशनल सोसायटी के फर्जीवाड़े और भारी पैसे की गड़बड़ी की जांच के लिए आर्थिक अपराध शाखा को अदिति सिंह ने पत्र लिखा है। इतना ही नहीं, अदिति ने सोमवार (02 नवंबर) को ट्वीट कर पत्र भी साझा किया। अदिति ने अपने ट्वीट में लिखा कि, 'बच्चियों की पढ़ाई को बढ़ावा देने के नाम पर जमीन ली गई थी। लेकिन दशकों बाद भी इसका कोई इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है।'
आर्थिक
अपराध
शाखा
को
पत्र
लिख
की
शिकायत
विधायक
अदिति
सिंह
ने
आर्थिक
अपराध
शाखा
(ईओडब्ल्यू)
को
चिट्ठी
लिखकर
शिकायत
दर्ज
कराई
है।
इस
बात
की
जानकारी
उन्होंने
ट्वीट
कर
दी।
साथ
ही
लिखा,
'बच्चियों
की
पढ़ाई
को
बढ़ावा
देने
के
नाम
पर
ज़मीन
ली
गई,
दशकों
बाद
भी
उसका
कोई
इस्तेमाल
नहीं
किया।
और
अब
उस
जमीन
को
करोड़ो
में
बेचने
की
फिराक
में
हैं।
कमला
नेहरू
एजुकेशनल
सोसाइटी
के
उस
फर्ज़ीवाड़े
और
भारी
पैसे
की
गड़बड़ी
की
जांच
के
लिए
मैने
आज
आर्थिक
अपराध
शाखा
को
पत्र
लिखा
है।'
क्या
लिखा
पत्र
में
अपने
पत्र
में
अदिति
सिंह
ने
लिखा
है
कि
गत
वर्षों
से
कमला
नेहरू
एजुकेशन
और
रायबरेली
रजिस्टर्ड
प्रधान
पत्र
संख्या
765
की
कार्यशैली
जनहित
मैं
संतोषजनक
नहीं
है।
सोसाइटी
की
व्यवसायिक
एवं
आर्थिक
गतिविधियों
मैं
काफी
अनियमितताएं
पाई
गई
हैं
सोसाइटी
अपने
गलत
कार्य
शैली
का
प्रयोग
आम
जनमानस
को
प्रताड़ित
करने
मैं
कर
रही
है।
उन्होंने लिखा कि आर्थिक गतिविधियों की अनियमितताओं से प्रतीत होता है कि कमला नेहरू एजुकेशन सोसायटी रायबरेली का एक फर्जी सोसाइटी है उन्होंने उपरोक्त मामले को गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए कमला नेहरू एजुकेशन सोसायटी रायबरेली के की अनियमितताओं की यथा शीघ्र जांच कर कठोरतम कार्रवाई करें।
कोर्ट
में
विचाराधीन
है
मामला
बता
दें
कि,
कमला
नेहरू
एजुकेशनल
सोसाइटी
की
सिविल
लाइन
में
करीब
5
बीघा
जमीन
है।
इस
पर
कब्जे
को
लेकर
विवाद
का
मामला
सिविल
कोर्ट
में
विचाराधीन
है।
इस
जमीन
पर
महिला
महाविद्यालय
बनना
प्रस्तावित
है।
मौजूदा
समय
में
लगभग
सौ
दुकानदारों
ने
इस
जमीन
पर
कब्जा
कर
रखा
है।
हाल
ही
में
हाई
कोर्ट
का
आदेश
बताकर
जमीन
खाली
कराने
का
प्रयास
हुआ
था।
अब
विधायक
अदिति
सिंह
ने
यह
मामला
शासन
स्तर
पर
उठाया
है।
अदिति
ने
कहा
है
कि
इस
एजुकेशन
सोसाइटी
के
सदस्य
उमाशंकर
दीक्षित
और
शीला
कौल
थीं
जो
कांग्रेस
परिवार
के
वफादार
रहे।
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