डीएम और एसपी के ट्रांसफर की मांग करते हुए अदिति सिंह बोलीं- मेरी जान को है खतरा
Raebareli News, रायबरेली। उत्तर प्रदेश के रायबरेली में 14 मई को जिला पंचायत सदस्यों और कांग्रेस विधायक अदिति सिंह (Aditi Singh) पर हुए हमले ने राजनीतिक रंग लेना शुरू कर दिया है। अदिति सिंह ने यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए जिलाधिकारी और एसपी के ट्रांसफर की मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि मुझे और जिला पंचायत सदस्यों को जान का खतरा है। अतः मुझे व पंचायत सदस्यों को पर्याप्त सुरक्षा प्रदान की जाए।
एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह पर लगाए गंभीर आरोप
कांग्रेस विधायक अदिति सिंह बुधवार को पार्टी कार्यालय पहुंची। यहां उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस पूरे घटनाक्रम का बारे में बताया। इस दौरान उन्होंने भाजपा प्रत्याशी व एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह पर गंभीर आरोप भी लगाए। अदिति सिंह ने कहा कि 14 मई को रायबरेली जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आना था। इसी सिलसिले में हम लोग अन्य नेताओं के साथ जिला पंचायत सदस्यों को रिसीव करने गए थे। लेकिन रास्ते में हम लोगों पर जानलेवा हमला किया गया।
क्या हुआ था टोल प्लाजा पर
अदिति ने बताया कि लखनऊ-रायबरेली रोड पर स्थित टोल प्लाजा पर पुलिस की मौजूद नहीं थी और वहां दिनेश प्रताप सिंह के गुंडे खड़े थे। हम लोगों के वहां पहुंचते ही उन्होंने काफिले पर पथराव कर दिया। हमलावरों ने जिला पंचायत सदस्य आरपी यादव को बुरी तरह पीटा। सदस्य की हत्या के इरादे से लाल कलर की स्कॉर्पियो चढ़ाई गई। यादव ट्रामा सेंटर में भर्ती हैं जहां उनका इलाज चल रहा है। ईश्वर की कृपा है कि मैं बोल पा रही हूं।
राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन
इसी सिलसिले में बुधवार को कांग्रेस के एक प्रतिनिधि मंडल ने लखनऊ में राज्यपाल राम नाईक से मुलाकात की। कांग्रेसियों ने हमले की घटना के विरोध में राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा। राज्यपाल से मुलाकात करने वाले प्रतिनिधि मंडल में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर के साथ कांग्रेस के अन्य नेता शामिल थे। राज्यपाल से मुलाकात के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में राजबब्बर ने कहा कि राजनीतिक लड़ाई हारने पर भाजपा हिंसा पर आमादा हो गई है।
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