पंजाब: मंझधार में फंसी कांग्रेस, क्या अब अपने ही बनाए नियमों का ख़ुद उल्लंघन करेगी पार्टी आलाकमान ?
चंडीगढ़, 17 जनवरी 2022। पंजाब कांग्रेस के उम्मीदवारों की पहली सूची जारी होने के बाद कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं में काफ़ी नाराज़गी है। कांग्रेस ने पहली सूची में कई मौजूदा विधायक और टिकट के लिए प्रबल दावेदारों का नाम काट दिया है। यह वजह है कि कोई पत्याशी निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात कर रहा है तो कोई दूसरी पार्टी का दामन थाम रहा है। कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में टिकट दावेदारी के लिए एक बिंदू यह भी रखा था कि एक परिवार से एक ही व्यक्ति को टिकट दिया जाएगा। यह वजह है कि कई योग्य उम्मीदवारों का भी टुकट दावेदारी से नाम कट गया है। वहीं सीएम चन्नी के भाई डॉ. मनोहर सिंह बस्सी पठाना से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने पिछले महीने सीएमओ पद से इस्तीफ़ा भी दे दिया था और चुनावी तैयारी में जुड़ गए थे लेकिन पार्टी ने उन्हें बस्सी पठाना से टिकट नहीं दिया।

क्या कांग्रेस अपने ही नियमों का करेगी उल्लंघन ?
सीएम चन्नी के भाई डॉ. मनोहर सिंह को पार्टी ने बस्सी पठाना उम्मीदवार घोषित नहीं किया तो उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी। सूत्रों की मानें तो डॉ. मनोहर के निर्दलीयय चुनाव की घोषणा के बद कांग्रेस उन्हें मनाने में जुटी हुई है। उम्मीद जताई जा रही है कि उन्हें जगरांव विधानसभा सीट से उम्मीदवार घोषित किया जा सकता है। वहीं जगरांव विधानसभा सीट से दूसरे टिकट के दावेदारों के माथे पर चिंता की लकीर खिंच गई है। अब सियासी गलियारों में यह चर्चा ज़ोरों पर है कि जब एक परिवार से एक ही व्यक्ति को टिकट मिलेगा तो फिर सीएम चन्नी के भाई को किस आधार पर टिकट दिया जाएगा। जबकि स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन ने साफ़ तौर पर यह कह दिया था कि पार्टी इस नियम का कड़ाई से पालन करेगी। तो क्या अब कांग्रेस आलाकमान खुद ही अपने द्वारा बनाए गए नियमों का उल्लंघन करेगी ?

जगरांव सीट के लिए टिकट के कई दावेदार
जगरांव विधानसभा सीट से टिकट के कई दावेदार हैं लेकिन सूत्रों की मानें तो पंजाब कांग्रेस एक पैनल हाईकमान को भेजा है, जिसमें सीएम चन्नी के भाई डॉ. मनोहर सिंह, विधायक कुलदीप वैद्य और रायकोट से विधायक जगतार सिंह जग्गा का नाम शामिल है। आपको बता दें कि जगरांव से कई उम्मीदवार चुनाव लड़ने की ख्वाहिश का इज़हार कर चुके हैं जिसमें विधायक कुलदीप वैद्य, आम आदमी पार्टी से कांग्रेस में शामिल हुए विधायक जगतार सिंह जग्गा, पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. बूटा सिंह की बेटी एडवोकेट गुरकीरत कौर, हलका इन्चार्ज मलकीत सिंह दाखा, सफाई कर्मचारी आयोग (पंजाब) के चेयरमैन गेजाराम, एनआरआई इंटरनेशनल कोऑर्डिनेटर अवतार सिंह चीमा, राजेश इंदर सिद्धू के अलावा कई और नेताओं ने टिकट की दावेदारी ठोकी है। जगरांव विधानसभा में सभी लोग कई महीने से चुनाव की तैयारियों में जुटे हुए हैं।

जगरांव से चुनावी रण में उतर सकते हैं डॉ. मनोहर
पंजाब कांग्रेस की पहली सूची जब जारी हुई तो उसमे सीएम चन्नी के भाई डॉ. मनोहर सिंह का नाम बस्सी पठाना सीट में शामिल नहीं था। इसके बाद उन्होंने ने बस्सी पठाना से निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान कर दिया। अब यह ख़बर आ रही है कि कांग्रेस आलाकमान उन्हें मनाने की पुरज़ोर कोशिश कर रही है। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस हाईकमान उन्हें मनाकर जगरांव विधानसभा सीट से चुनावी रण में उतारने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस के चुनावी सर्वेक्षण में भी डॉ. मनोहर सिंह का नाम सबसे ऊपर है इसलिए कांग्रेस उन्हें पार्टी की टिकट पर चुनावी रण में उतारने का मन बना रही है। वहीं सांसद रवनीत सिंह बिट्टू और कैबिनेट मंत्री गुरकीरत कोटली पूर्व मंत्री और चेयरमैन मलकीत सिंह दाखा की टिकट की पैरवी कर रहे हैं। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का कहना है कि जब यह नियम बनाया गया था कि एक परिवार में एक ही टिकट दिया जाएगा तो फिर किस आधार पर सीएम चन्नी के भाई डॉ. मनोहर सिंह को टिकट देने की बात चल रही है।
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