Viral Video: पंजाब के डिप्टी सीएम को बीजेपी समर्थकों ने घेरा, 'मोदी जिंदाबाद' के नारे लगाने पर हुए मजबूर
चंडीगढ़, 07 जनवरी: पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया सुरक्षा में चूक के विवाद के बीच गुरुवार को बीजेपी समर्थकों ने राज्य के उप मुख्यमंत्री ओपी सोनी का गाड़ी का घेराव कर दिया। पंजाब के डिप्टी सीएम अमृतसर जा रहे थे, तभी प्रदर्शनकारियों ने उनके वाहन को रोक दिया। गाड़ी को घेरकर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने 'जय श्री राम' और 'मोदी जिंदाबाद' के नारे लगाए। इस दौरान भीड़ से घिरे डिप्टी सीएम ने प्रदर्शनकारियों को पीछे हटाने के लिए खुद भी 'मोदी जिंदाबाद' के नारे लगाएं, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उप मुख्यमंत्री के वाहन को घेर रखा है। साथ ही कुछ लोग जय श्री राम का नारा लगाते हुए वाहन को रोकते नजर आ रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ओपी सोनी अमृतसर जा रहे थे। इस दौरान डिप्टी सीएम कार से बाहर निकलते हुए और "मोदी जिंदाबाद" कहते हुए दिखाई देते हैं, जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने उनके वाहनों को वहां से गुजरने दिया।
After yesterday's incident, BJP workers today surrounded Deputy Chief Minister OP Soni on the road and chanted 'Jai Shri Ram', later OP Soni raised 'Modi Zindabad' slogan and then the protesters let him go. pic.twitter.com/HQXEx4sJ09
— Gagandeep Singh (@Gagan4344) January 6, 2022
आपका बता दें कि इससे पहले 5 जनवरी को पंजाब के दौरे पर आए पीएम मोदी के काफिल को किसान प्रदर्शनकारियों ने रोक दिया था। गृह मंत्रालय के मुताबिक पीएम मोदी की सुरक्षा में हुसैनीवाला के एक फ्लाईओवर पर बड़ी चूक देखी गई। प्रधानमंत्री के काफिले के आने से पहले प्रदर्शनकारियों ने रास्ता जाम कर दिया, जिसके बाद मोदी वहां 15-20 मिनट तक फंसे रहे। स्थिति ऐसी बन गई थी निर्धारित रैली सहित किसी भी कार्यक्रम में शामिल हुए बिना ही पीएम पंजाब से लौट गए।
PM
Security
Breach:
संयुक्त
किसान
मोर्चा
ने
कहा-
'पीएम
की
जान
को
खतरा'
वाली
कहानी
मनगढ़ंत
इस घटना के बाद कांग्रेस बीजेपी में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है, जिसमें भाजपा ने कांग्रेस पर प्रधानमंत्री को शारीरिक रूप से नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया है। वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने घटना के पीछे किसी भी सुरक्षा चूक या राजनीतिक मकसद से इनकार किया है। साथ ही जांच के लिए एक हाई लेवल कमेटी का गठन भी किया है, जो तीन दिन में अपनी रिपोर्ट देगी।