शूटिंग के लिए पंजाब गए रवि किशन पर फूटा ग्रामीणों का गुस्सा, कहा- हमारे भाई सड़कों पर बैठे हैं और ये यहां...
शूटिंग के लिए पंजाब गए रवि किशन पर फूटा ग्रामीणों का गुस्सा, कहा- हमारे भाई सड़कों पर बैठे हैं और ये यहां...
रूपनगर, जून 23: भोजपुरी सुपरस्टार और गोरखपुर से बीजेपी सांसद रवि किशन को पंजाब में ग्रामीणों के गुस्से का सामने करना पड़ा। इसके बाद रवि किशन तुरंत ही गांव से वापस हो गए। दरअसल, रवि किशन पंजाब के रूपनगर जिले के गांव ढंगराली में एक विज्ञापन फिल्म की शूटिंग के लिए पहुंचे थे। इस दौरान ग्रामीणों ने किसान संगठनों के आंदोलन का समर्थन करते हुए रवि किशन का विरोध शुरू कर दिया और उनके खिलाफ नारेबाजी की।
रवि किशन के खिलाफ जमकर की नारेबाजी
खबर के मुताबिक, बीजेपी सांसद और भोजपुरी सुपरस्टार रवि किशन विज्ञापन टीम के साथ शूटिंग करने के लिए पंजाब के रूपनगर जिले के मोरिंडा के निकटवर्ती गांव खैरपुर और ढंगराली में पहुंचे थे। इस दौरान ढ़ंगराली गांव के रणदीप सिंह, सपिंदर सिंह, जतिंदर सिंह को जब यह पता चला कि उनके गांव में बीजेपी सांसद किसी विज्ञापन फिल्म शूटिंग करने आए हैं तो उन्होंने उनका विरोध शुरू कर दिया। गांव के नौजवानों ने रवि किशन व उनके अमले का विरोध करते हुए जमकर नारेबाजी की।
दिल्ली मोर्चे पर बैठे है किसान
वहीं, विरोध प्रदर्शन देखते हुए बीजेपी सांसद रवि किशन को तुरंत ही गांव से वापस जाना पड़ा। ग्रामीणें ने बताया कि गांव खैरपुर में एक मकान को शूटिंग के लिए सजाया गया था और मकान मालिक को चालीस हजार रुपए देना भी तय हुआ था। गांव के नौजवानों ने शूटिंग करने वालों का विरोध करते हुए कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चे के सदस्य दिल्ली मोर्चे पर बैठे हैं, लेकिन भाजपा सरकार उनके हक की कोई बात नहीं कर रह रही।
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क्या कहा सरपंच गुरप्रीत सिंह बाठ ने
गांव के युवाओं ने शूटिंग करने आए व्यक्तियों को पूछा कि वे किसकी इजाजत से आए हैं तो उन्होंने कहा कि उन्हें ढंगराली के सरपंच गुरप्रीत सिंह बाठ ने इजाजत दी है। इस पर युवा सरपंच के घर पहुंच गए और उनके खिलाफ भी नारेबाजी की। सरपंच गुरप्रीत सिंह बाठ का कहना है कि शूटिंग करने आए भाजपा वर्करों या नेताओं से उसका कोई लेना देना नहीं है। न ही उसे पता था कि शूटिंग करने वाले भाजपा वर्कर हैं। उन्होंने शूटिंग करने वालों को कोई इजाजत नहीं दी। शूटिंग सिर्फ खैरपुर में ही चली थी और ढंगराली में शूटिंग नहीं हुई।