दलित को तीन घंटे तक पीटा, जांघ से नोचा मांस और पानी मांगने पर पिलाया पेशाब
संगरूर। पंजाब के संगरूर जिले में मानवता को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां कुछ लोगों ने अनुसूचित जाति के व्यक्ति को तीन घंटे तक पिलर में बांधकर पीटा और जांघ के हिस्से का मांस नोच लिया। इसके अलावा जब पीड़ित ने पीने के लिए पानी मांगा तो उसको दबंगों ने मूत्र पिला दिया। इसी दौरान जब पीड़ित के साथी मौके पर पहुंचे तो सभी दबंग फरार हो गए और उसको घर भेजा।
दवा दिलाने के बहाने लेकर गए आरोपित
यह पूरी घटना 7 नवंबर की है। पीड़ित को पीजीआई चंडीगढ़ में भर्ती किया गया है। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है। पीड़ित जगमेल सिंह ने बताया कि 21 अक्टूबर को गांव के कुछ लोगों के साथ उसका झगड़ा हो गया। हालांकि पंचायत में राजीनामा हो गया। इसके बाद वह सात नवंबर को गांव के पंच गुरदियाल सिंह के घर पर बैठा हुआ था। इस दौरान वहां आरोपित रिंकू, लक्की, गोली, बिट्टा व बिंदर आए और उसे दवा दिलाने के बहाने रिंकू के घर ले आए।
जांघ का मांस नोचा
रिंकू के घर पर पहले ही अमरजीत सिंह पहले से मौजूद था। इसके बाद उन्होंने उसे पिलर से बांधकर रॉड व लाठियों से पीटा। बेहोश होने पर जब उसने पानी मांगा तो उसे जबरदस्ती मूत्र पिलाया। करीब तीन घंटे बाद कुछ लोग लाडी लेकर आया और उसे बचाया। गंभीर हालत में उसकी पत्नी ने उसे सिविल अस्पताल संगरूर में भर्ती करवाया। फिर चंडीगढ़ पीजीआई रेफर कर दिया गया।
सभी आरोपी फरार
इस पूरे घटनाक्रम के बारे में बात करते हुए डीएसपी बूटा सिंह ने बताया कि जगमेल सिंह के बयान के आधार पर रिंकू, अमरजीत सिंह, लक्की, बिट्टा उर्फ बिंदर निवासी चांगलीवाला के खिलाफ अलग-अलग धाराओं व एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। सभी आरोपित फरार हैं। एससी कमीशन की सदस्य पूनम कांगड़ा ने बताया कि इस अमानवीय व्यवहार को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पत्नी ने बताई हैवानियत
पीड़ित की पत्नी ने कहा कि उसके पति के साथ अमानवीय व्यवहार किया गया है। जगमेल की जांघों पर से किसी प्लास या दूसरी नुकीले औजार से मांस नोचा गया। पैरों के नाखून भी खींचकर निकालने का प्रयास किया गया है।