पंजाबः निर्ममता से पीटे गए दलित युवक की इलाज के दौरान मौत, दोनों टांगें काटनी पड़ी
संगरुर। पंजाब के संगरुर जिले में बीते दिन एक दलित युवक के साथ बर्बरता की घटना सामने आई थी। पीड़ित युवक को चंडीगढ़ पीजीआई में भर्ती कराया गया था, जहां उसकी दोनों टांगें काटनी पड़ी। इसके बावजूद भी उसकी जान नहीं बच सकी। पीजीआई में शनिवार को दोपहर में उसकी मौत हो गई। डॉक्टरों का कहना है कि शनिवार को उसकी हालत अचानक खराब हो गई।
टांगों में हो गया था इंफेक्शन
पीजीआई में शुक्रवार को ऑपरेशन के बाद उसकी दोनों टांगे काट दी गईं। इसके बाद उसकी हालत में थोड़ा सुधार हुआ, लेकिन शनिवार को उसकी हालत बिगड़ गई। इसके बाद भी डॉक्टर उसे बचा नहीं पाए। डॉक्टरों के मुताबिक किसी नुकीली चीज से मांस नोचने के कारण टांगों में इंफेक्शन काफी हो गया था। उसी कारण टांगों को काटना जरूरी था।
आरोपित रिमांड पर
डॉक्टरों ने बताया कि एक टांग जांघ के नीचे से काटी गई तो दूसरी टांग नीचे से काटी गई। इसके बाद शनिवार को उसकी अचानक हालत खराब हो गई। पुलिस ने मामला बढ़ता देख चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर, चार दिन का रिमांड हासिल कर लिया है। करीब एक स्पताह से सभी आरोपी गांव में घूम रहे थे।
दवा दिलाने के बहाने लेकर गए आरोपित
यह पूरी घटना 7 नवंबर की है। पीड़ित को पीजीआई चंडीगढ़ में भर्ती किया गया है। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है। पीड़ित जगमेल सिंह ने बताया कि 21 अक्टूबर को गांव के कुछ लोगों के साथ उसका झगड़ा हो गया। हालांकि पंचायत में राजीनामा हो गया। इसके बाद वह सात नवंबर को गांव के पंच गुरदियाल सिंह के घर पर बैठा हुआ था। इस दौरान वहां आरोपित रिंकू, लक्की, गोली, बिट्टा व बिंदर आए और उसे दवा दिलाने के बहाने रिंकू के घर ले आए।
रेफर करवाया गया था पीजीआई
जांघ का मांस नोचा रिंकू के घर पर पहले ही अमरजीत सिंह पहले से मौजूद था। इसके बाद उन्होंने उसे पिलर से बांधकर रॉड व लाठियों से पीटा। बेहोश होने पर जब उसने पानी मांगा तो उसे जबरदस्ती मूत्र पिलाया। करीब तीन घंटे बाद कुछ लोग लाडी लेकर आया और उसे बचाया। गंभीर हालत में उसकी पत्नी ने उसे सिविल अस्पताल संगरूर में भर्ती करवाया। फिर चंडीगढ़ पीजीआई रेफर कर दिया गया।