'सुखबीर सिंह बादल को कहिए पटियाला से चुनाव लड़कर दिखाएं...', पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री ने दी चुनौती
'सुखबीर सिंह बादल को कहिए पटियाला से चुनाव लड़कर दिखाएं...', पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री ने दी चुनौती
चंढीगढ़, 13 जून: पंजाब में होने वाले विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर शिरोमणि अकाली दल (शिअद) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने गठबंधन किया है। दोनों पार्टियों ने एक साथ मिलकर आगामी विधानसभा चुनावों में लड़ने का फैसला किया है। शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने शनिवार (12 जून) को इस बात की घोषणा की है। इस पूरे मामले पर कांग्रेस नेता और पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने सुखबीर सिंह बादल पर तंज किया है। पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा है कि अगर सुखबीर सिंह बादल को लगता है कि वह चुनाव जीतने वाले हैं, तो उन्हें बोलिए पटियाला से चुनाव लड़कर दिखाएं।
'पटियाला से चुनाव लड़कर दिखाएं सुखबीर सिंह बादल'
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए जाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा, ''अगर सुखबीर सिंह बादल को ऐसा लगता है कि वो आने वाला विधानसभा चुनाव जीत जाएंगे तो उन्हें बोलिए वह पटियाला से चुनाव लड़कर दिखाएं। उन्हें सोचना चाहिए कि आज के वक्त में पंजाब में उनकी पार्टी के कितने विधायक हैं। सिर्फ बातें बनाने से कोई फायदा नहीं होगा। उन्हें पता चल जाएगा कि वह मैदान में उतरेंगे या नहीं... यह एक अवसरवादी गठबंधन है।''
पंजाब चुनाव: 20 सीटों पर बसपा और 97 सीटों पर शिअद लड़ेगी
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने शनिवार (12 जून) को कहा कि आने वाले पंजाब विधानसभा चुनाव-2022 में बसपा और शिअद एक साथ चुनाव में हिस्सा लेंगे। उन्होंने कहा है कि पंजाब की 117 विधानसभा सीटों में से बसपा 20 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और शिरोमणि अकाली दल बाकी 97 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। बता दें कि 1996 में बसपा और शिअद दोनों आखिरी बार एक साथ लोकसभा चुनाव लड़े थे। इस चुनाव में 13 में से 11 सीटों पर दोनों पार्टियों ने जीत हासिल की थी।
शिअद और बसपा गठबंधन पर मायावती ने क्या कहा?
शिअद और बसपा गठबंधन पर मायावती ने ट्वीट कर कहा, ''पंजाब में शिरोमणि अकाली दल और बहुजन समाज पार्टी द्वारा घोषित गठबंधन यह एक नया राजनीतिक और सामाजिक पहल है, जो निश्चय ही यहा राज्य में जनता के बहु-प्रतीक्षित विकास, प्रगति व खुशहाली के नए युग की शुरूआत करेगा। इस ऐतिहासिक कदम के लिए लोगों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।''
एक अन्य ट्वीट में मायावती ने कहा, ''वैसे तो पंजाब में समाज का हर तबक़ा कांग्रेस पार्टी के शासन में यहाँ व्याप्त गरीबी, भ्रष्टाचार व बेरोजगारी आदि से जूझ रहा है, लेकिन इसकी सबसे ज्यादा मार दलितों, किसानों, युवाओं व महिलाओं आदि पर पड़ रही है, जिससे मुक्ति पाने के लिए अपने इस गटबन्धन को कामयाब बनाना बहुत जरूरी।''