पंजाब पुलिस के 80 हजार जवानों का ‘हरजीत सिंह’ को सैल्यूट, सभी ने उन्हीं के नाम को सीने पर रखा
चंडीगढ़। पंजाब पुलिस के डीजीपी दिनकर गुप्ता ने पटियाला सब्जी मंडी में एएसआई हरजीत सिंह के साथ हुए हादसे के मद्देनज़र कोरोना वॉरियर्स के प्रति सम्मान दिखाने के लिए 'मैं भी हरजीत' कैंपेन चलाया है। इस कैंपेन के समर्थन में सभी अधिकारी हरजीत सिंह के नाम की नेमप्लेट पहने दिखे। यहां तक कि, हर जवान ने सोमवार सुबह एक ही नारा 'मैं वी हां हरजीत सिंह' भी लगाया। हर पुलिस जवान के सीने पर नेम प्लेट भी एक ही दिखी। यानी राज्य पुलिस के सभी 80 हजार जवानों ने एसआई हरजीत सिंह की बहादुरी को अनूठे ढंग से सलाम किया।
जवानों के सीने पर दिखा एक ही नाम ‘हरजीत सिंह’
डीजीपी दिनकर गुप्ता के सीने पर भी हरजीत सिंह के नाम की प्लेट लगी हुई देखी गई। उन्होंने कहा कि, हरजीत सिंह अपनी बहादुरी और शांति का परिचय देकर देश में कोरोना वॉरियर्स पर हो रहे हमलों के एक प्रतीक बन गए हैं। हमने उन्हें प्रमोट कर एएसआई से सब-इंस्पेक्टर बना दिया है। उनके प्रति सम्मान दिखाने के लिए ये पंजाब पुलिस का एक छोटा सा प्रयास है।
निहंगों ने काट दी थी तलवार से इनकी कलाई
बता दें कि, 12 अप्रैल को पटियाला में कर्फ्यू पास मांगने के दौरान भड़के निहंगों ने हरजीत सिंह पर तलवार से हमला करके उनके हाथ की कलाई काटकर अलग कर दी थी। जिसके वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए थे। लोगों ने पंजाब सरकार को आड़े हाथों ले लिया। उस कोरोना वॉरियर्स के लिए कई दिनों तक लोग दुआ करते रहे। इस बीच पीजीआई चंडीगढ़ के डॉक्टरों की टीम ने 7 घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद एएसआई हरजीत सिंह की कलाई को वापस जोड़ दिया था।
मुख्यमंत्री अमरिंदर ने वीडियो कॉल से बात की
हरजीत सिंह का ड्यूटी के प्रति समर्पण और बहादुरी को देखते हुए पंजाब सरकार ने उनकी हरसंभव मदद का भरोसा दिया। खुद मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने वीडियो कॉल से हरजीत से बात की और कहा कि आप सच में बहुत बहादुर हो। वहीं, इसके बाद अब सोमवार को अनूठे तरीके से हरजीत का सम्मान किया गया। हरजीत इस समय भी चंडीगढ़ पीजीआई में भर्ती हैं।
कोरोना विपदा के बीच राम रहीम ने अपनी मां से लगवाई गुहार, फिर भी खारिज हुई पैरोल अर्जी