पंजाब: AAP की चुनावी तैयारियों के बीच भगवंत मान ने बनाई पार्टी से दूरी, जानिए क्या हैं इसके सियासी मायने ?
पंजाब विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र सभी सियासी पार्टियां चुनावी तैयारियों मे जुट चुकी हैं। इसी क्रम में राजनीतिक दलों में रूठने मनाने से लेकर बग़ावती सुर भी तेज़ होने की ख़बर देखने को मिल रही है।
चंडीगढ़,
सिंतंबर
27,
2021।
पंजाब
विधानसभा
चुनाव
के
मद्देनज़र
सभी
सियासी
पार्टियां
चुनावी
तैयारियों
मे
जुट
चुकी
हैं।
इसी
क्रम
में
राजनीतिक
दलों
में
रूठने
मनाने
से
लेकर
बग़ावती
सुर
भी
तेज़
होने
की
ख़बर
देखने
को
मिल
रही
है।
पंजाब
कांग्रेस
ने
चरणजीत
सिंह
चन्नी
को
राज्य
का
नया
सीएम
बनाकर
कांग्रेस
में
चल
रही
कलह
पर
वीराम
तो
लगा
दिया
है।
वहीं
अब
आम
आदमी
पार्टी
की
पंजाब
इकाई
में
दरार
पड़ने
की
संभावनाएं
प्रबल
हो
रही
है।
एक
तरफ़
जहां
आम
आदमी
पार्टी
पंजाब
में
जोरों
शोर
से
चुनावी
तैयारियों
में
जुटी
हुई
हैं
वहीं
दूसरी
ओर
आम
आदमी
पार्टी
के
पंजाब
अध्यक्ष
और
लोकसभा
सांसद
भगवंत
मान
पार्टी
से
दूरी
बनाए
हुए
हैं।
सियासी
गलियारों
में
ये
हलचल
है
कि
अगर
उन्हें
सीएम
पद
का
दावेदार
नहीं
बनाया
गया
तो
वह
इसी
तरह
आगे
भी
दूरियां
बनाएं
रखेंगे।
भगवंत मान ने बनाई पार्टी से दूरी
पंजाब में विधानसभा चुनाव को लेकर सभी सियासी पार्टियों ने चुनावी तैयारियां शुरू कर दी हैं। वहीं आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भगवंत मान पार्टी के कार्यक्रमों से पिछले एक महीने से दूर-दूर रह रहे हैं। जबकि क़यास लगाएं जा रहे हैं कि उन्हे ही पार्टी प्रभारी बनाया जा सकता है। बावजूद इसके भगवंत मान सुर काफी बदले हुए नज़र आ रहे हैं। भगवंत मान किसी से भी मुलाक़ात नहीं कर रहे हैं। विधानसभा चुनाव के नज़दीक दिन आते ही आम आदमी पार्टी पर संकट के बादल गहराते नज़र आ रहे हैं। ग़ौरतलब है आम आदमी पार्टी ने अभी तक पार्टी ने सीएम कैंडिडेट की घोषणा नहीं की है। वहीं भगवंत मान के समर्थकों का कहना है कि अगर कांग्रेस चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बना सकती है। तो आम आदमी पार्टी सीएम पद का दावेदार भगवंत मान को क्यों नहीं बना सकती है। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि आम आदमी पार्टी अगर पंजाब में जीत दर्ज करती है तो भगवंत मान को डिप्टी सीएम बनाने का वादा भी किया गया है।
'मान को बनाएं CM पद का दावेदार'
भगवंत मान के समर्थकों का कहना है संगरूर में केजरीवाल के साथ भगवंत मान के पोस्टर और मुफ़्त बिजली का वादा पूरी तरह से हावी है। पंजाब में आम आदमी पार्टी के साथ में मतदाताओं का हुजूम है। आम आदमी पार्टी को वोट देने के लिए पंजाब की जनता कमर कस चुकी है। इसलिए अब आम आदमी पार्टी को पंजाब में भगवंत मान को मुख्य मंत्री का चेहरा घोषित कर देना चाहिए। आपको बता दें कि भगवंत मान को आखिरी बार 26 अगस्त को पंजाब में दिल्ली के मुख्यभमंत्री अरविंद केजरीवाल की प्रेस वार्ता में देखा गया था। लेकिन उसके बाद से भगवंत मान पार्टी के किसी भी कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। 8 सितंबर को पूरे पंजाब से हज़ारों कार्यकर्ता भगवंत मान से से मिलने संगरूर पहुंचे थे और उन्हें सीएम चेहरा घोषित करने की मांग की थी। ग़ौरतलब है कि पंजाब में आम आदमी पार्टी के सीएम पद के दावेदारों में बलबीर सिंह राजेवाल, एसपीएस ओबेरॉय और जनरल जेजे सिंह का नाम सुर्खियों में है।
AAP के CM पद का कौन होगा दावेदार ?
आम आदमी पार्टी के सीएम के चेहरे को लेकर पिछले एक महीने से पंजाब में अटकलें तेज हो गई हैं। हालांकि अरविंद केजरीवाल पहले ही कह चुके हैं कि मुख्यमंत्री पद के दावेदार के तौर पर एक सिख चेहरे को मैदान में उतारा जाएगा। संसदीय समिति की बैठक में 8 से 12 सितंबर तक भगवंत मान गोवा में रहे। वहीं संगरूर लौटने से पहले कुछ दिन दिल्ली में रुके। इस दौरान आम आदमी पार्टी के कई विधायकों ने सार्वजनिक तौर पर भगवंत मान को पंजाब में सीएम के चेहरे के तौर पर पेश करने की बात कही थी। आपको बता दें कि भगवंत मान संगरूर से AAP के दो बार के सांसद हैं। वहीं आम आदमी पार्टी की सूत्रों की मानें तो अरविंद केजरीवाल इस पक्ष में नहीं है कि भगवंत मान को सीएम पद का दावेदार घोषित किया जाए।
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