'किसान पंजाब नहीं दिल्ली में प्रदर्शन करें' पर अमरिंदर सिंह की सफाई, बोले- बात को गलत रंग दिया गया
'किसान पंजाब नहीं दिल्ली में प्रदर्शन करें' के बयान पर अमरिंदर सिंह की सफाई, बोले- बात को गलत रंग दिया गया
चंडीगढ़, 14 सितंबर: पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने सोमवार को दिए अपने उस बयान पर सफाई दी है, जिसमें उन्होंने कहा था कि किसान केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब के बजाय दिल्ली और हरियाणा में धरना प्रदर्शन करें। अमरिंदर सिंह ने कहा कि वो और उनकी सरकार लगातार किसानों के साथ खड़ी रही है और उनकी बात को गलत तरह से पेश किया जा रहा है।
अमरिंदर सिंह ने कहा, मेरी सरकार के आंदोलन को लगातार समर्थन के बावजूद किसानों ने उनकी अपील का गलत अर्थ निकाला। कुछ लोगों ने इसे पंजाब में आगामी विधानसभा चुनावों से जोड़ने की भी कोशिश की। मैं साफ कर दूं कि मेरी सरकार ने ना केवल कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों की लड़ाई का दृढ़ता से समर्थन किया है, बल्कि इनके खिलाफ विधानसभा में प्रस्ताव भी पास किया है। ऐसे में मेरी बात के भाव को किसानों को गलत नहीं लेना चाहिए।
क्या कहा था अमरिंदर सिंह ने
कैप्टन अमरिंदर सिंह सोमवार को होशियारपुर जिले के मुखलियाना गांव में एक सरकारी कॉलेज की आधारशिला रखने के लिए पहुंचे थे। आधारशिला रखने के बाद उन्होंने कहा, किसान राज्य में 113 स्थानों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, यह हमारे विकास को प्रभावित कर रहा है। किसान केंद्र सरकार पर दबाव बनाना चाहते हैं, तो अपना विरोध दिल्ली में स्थानांतरित करें क्योंकि सरकार वहीं है।
किसान संगठनों ने की थी आलोचना
अमरिंदर सिंह के बयान की किसान नेताओं ने आलोचना की है। क्रांतिकारी किसान यूनियन के अध्यक्ष दर्शन पाल ने पूछा कि जब किसानों के मुद्दे उनके राज्य से जुड़े हैं तो क्या उन्हें पंजाब या राजस्थान में धरना देना चाहिए। यह किसान संघों को तय करना है कि वे कहां विरोध प्रदर्शन करेंगे। भारतीय किसान यूनियन (एकता उगराहां) के प्रदेश सचिव शिंगार सिंह मान ने कहा कि इस तरह का बयान देने से किसानों का केंद्र सरकार पर ध्यान देने की बजाय अमरिंदर सिंह के खिलाफ विरोध और तेज होगा।
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दूसरे दलों ने भी साधा था निशाना
मुख्यमंत्री के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए अकाली दल की हरसिमरत ने ट्वीट किया, कैप्टन अमरिंदर ने किसानों को अपनी लड़ाई दिल्ली में लड़ने के लिए कहा, पंजाब में नहीं! वह अपने आलीशान महल में आराम करते हैं, जबकि हमारे किसान पिछले 10 महीनों में खराब मौसम में दिल्ली की सड़कों पर मर रहे हैं।
हरियाणा सरकार के गृह मंत्री ने अनिल विज कहा,पंजाब के मुख्यमंत्री ने किसानों से कहा है कि आप जो भी करना चाहते हैं वह हरियाणा अथवा दिल्ली की सीमाओं पर करें न कि पंजाब में। उनका यह बयान बेहद गैर-जिम्मेदाराना है।
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