सांप मारने के चक्कर में तेंदुए के 5 बच्चे क्यों जल गए, जानिए वजह
Pune news, पुणे। महाराष्ट्र में पुणे के आंबेगाव तहसील के अवसरी में पांच तेंदुआ शावकों की मौत आग में जल जाने से हो गई है। आग गन्ने के खेत में लगी थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार, आंबेगाव तहसील के अवसरी बुद्रुक गाँव के गुणगे-शेटेमला (बाग) के एक खेत पर गन्ना कटाई का काम जारी है। खेत में सांप देखे जाने पर खेत में आग लगाई गई थी। आग में उस साँप के साथ पांच तेंदुआ शावक भी भस्म हो गए। वन विभाग पंचनामा करने पहुंच गया है।
इस इलाके में पाए जाते हैं तेंदुए
जुन्नर और आंबेगाव तहसील में तेंदुआ पाया जाना आम बात है। जनवरी में आंबेगाव तहसील के कलंब में चार दिनों में तीन तेंदुआ को चाक-चौबंद किया गया था। इसी तरह 25 मार्च को तेंदुए के हमले से आंबेगाव तहसील के साकोरे में रहने वाली 6 साल की श्रुतिका महेंद्र थिटे की मौत हो गई थी।
जंगल कम होने से आई समस्या
तेंदुओं के होते लगातार हमलों से आंबेगाव की अवसरी तहसील में तेंदुआ निवारण केंद्र बनाने की मांग की जा रही है। जंगलों का कम होना और बढ़ती गन्ने की खेती से यह समस्या हो रही है। जंगल में रहने वाले तेंदुए अब गन्ने के खेतों में रहने लगे हैं।
गन्ने के खेतों को बनाया बसेरा
शिकार के रूप में वे मवेशियों और पालतु जानवरों पर हमला करने लगे हैं। उत्तर पुणे जिले के पश्चिम घाट, सह्याद्री के पठार आदि में तेंदुओं को छिपने की जगह भी मिल जाती है। जिससे तेंदुओं की संख्या और उनके हमले भी बढ़ रहे हैं।
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